नई दिल्ली:क्या कभी पत्थरों से कोई सजावट की सुंदर चीज बनाई जा सकती है ? शायद ही हमने कभी सोचा होगा, लेकिन दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में लगे 26 वें हुनर हाट में पत्थरों से बेहद खूबसूरत पेंटिंग्स तैयार की गई हैं, जो मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.
अपनी कला से पत्थरों में जान डाल रहीं श्वेता शौक से निखरी कलाहुनर हाट पर दूसरी बार स्टाल लगा रही श्वेता ने बताया उनके पति पेशे से ग्राफिक्स डिजाइनर है, लेकिन पेंटिंग करना उनका बचपन से ही शौक है. इसी शौक के चलते उन्होंने 4 साल पहले अपनी पेंटिंग में पत्थरों का इस्तेमाल करना शुरू किया और देखते ही देखते यह पेंटिंग लोगों को बेहद पसंद आने लगी. जिसके बाद उन्हें हुनर हाट में इन पेंटिंग को लोगों तक पहुंचाने का मौका मिला.
पिछली बार भी हुई थी बिक्री
श्वेता ने बताया की पिछले साल उन्होंने इंडिया गेट पर अपनी स्टॉल लगाई थी, जहां लोगों को पेंटिंग बहुत पसंद आई और ज्यादा से ज्यादा लोग खरीदने के लिए पहुंचे और इस बार भी लोग बढ़-चढ़कर आ रहे हैं और पेंटिंग खरीद रहे हैं.
बिना काट-छांट बनाती हैं कलाकृति
स्टॉल पर मौजूद श्वेता ने बताया अक्सर पत्थर से पेंटिंग या कोई भी आर्ट बनाने के लिए पत्थर को कांटा या छाटा जाता है, पत्थर को आकार में लाने के लिए छोटा या बड़ा किया जाता है, लेकिन वह इस आर्ट के लिए पत्थर को किसी भी तरीके से तोड़ते या काटते नहीं है, बल्कि पत्थर जिस आकार का होता है, उसी आकार से उसे एक शक्ल देकर पेंटिंग में लगाया जाता है.
पत्थर में डाल रहे जान
हुनर हाट में पेबल आर्ट कि इस स्टॉल पर हमने देखा कि छोटे-छोटे पत्थरों से चिड़िया मधुमक्खी अलग-अलग लोगों की आकृतियां बनाई गई है, जिन्हें देखकर यह मालूम नहीं हो रहा कि यह पत्थर से बनी हुई पेंटिंग है.