दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

दिल्ली में खत्म हो रही वैक्सीन, ब्लैक फंगस के भी मामले आ रहे सामने: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

दिल्ली में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए लगाई जा रही वैक्सीन की कमी सामने आ रही है, जिसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में कोवैक्सीन कई दिन पहले ही खत्म हो गई थी और अब कोविशील्ड भी खत्म हो रही है, जिसकी वजह आज से कई वैक्सीन केंद्र बंद रहेंगे.

By

Published : May 21, 2021, 1:01 PM IST

Updated : May 21, 2021, 3:23 PM IST

shortage of vaccine in delhi
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि बिना डॉक्टर की सलाह कोई भी मरीज स्टेरॉयड न लें. उन्होंने कहा कि बुधवार तक दिल्ली में ब्लैक फंगस के 197 मामले थे, जिसमें दिल्ली और दिल्ली से बाहर के मरीज भी शामिल हैं.

जानकारी देते स्वास्थ्य मंत्री.
दिल्ली में कोरोना की स्थिति

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि गुरुवार को दिल्ली में 3231 पॉजिटिव केस आये थे. पॉजिटिविटी रेट 5.5% था. सबसे ज्यादा 28 हजार केस एक दिन में आए थे, जो अब कम होते होते 3 हजार के करीब आ गए हैं. पॉजिटिविटी जो 36% तक चली गई थी. अब कम होकर 5% के करीब आ गई है, लेकिन मैं सबसे अपील करना चाहूंगा कि इसको बिल्कुल भी हल्के में न लें. 3000 केस अभी इसलिये कम लग रहे हैं, क्योंकि केस 28 हजार से नीचे आये हैं. जब रोज 200-300 केस आ रहे थे, तब 1000 केस भी बहुत ज्यादा लग रहे थे. अभी के समय भी सभी को कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करने की जरूरत है.



ये भी पढ़ें:-कोरोना को मात देने के लिए दिल्ली सरकार का प्लान तैयारः सत्येंद्र जैन


स्वस्थ व्यक्ति पर नहीं होता ब्लैक फंगस का असर

ज्यादातर देखने में आ रहा है कि अस्पताल से छुट्टी हो जाने के बाद लोग वापस आ रहे हैं. ब्लैक फंगस दो कारणों से हो रहा है. एक ब्लड में शुगर लेवल बढ़ना और दूसरा स्टेरॉइड की वजह से इम्यूनिटी का कम होना. स्टेरॉइड डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चहिए. डॉक्टर की सलाह के बिना बिल्कुल भी स्टेरॉइड न लें, जब भी मरीज स्टेरॉइड लेते हैं, तो आपकी इम्यूनिटी बिल्कुल कम हो जाती है. ब्लैक फंगस वातावरण में है.

स्वस्थ व्यक्ति पर इसका कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन जिनकी इम्यूनिटी कम होती है उनको होने के चांस रहते हैं. इसलिए जिनको स्टेरॉइड दिए गए हैं, वे स्टेरॉयड बन्द होने के एक सप्ताह तक पूरी तरह सतर्क रहें और शुगर लेवल को कंट्रोल करें, जो लोग डायबिटिक हैं स्टेरॉइड लेने से उनका शुगर लेवल बढ़ जाता है, जितने दिन तक डॉक्टर कहें उतने दिन तक ही स्टेरॉइड लें. ब्लैक फंगस का इलाज बहुत मुश्किल है. इसलिए अच्छा है कि इससे बचाव करें.



ये भी पढ़ें:-दिल्ली में कम हो रही कोरोना लहर, लेकिन अभी नहीं है कम्फर्ट स्थिति: सत्येंद्र जैन


ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की है कमी

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की दिल्ली में ही नहीं बल्कि पूरे देश में दिक्कत है. इसको केंद्र सरकार ने अभी अपने कंट्रोल में किया है और सबको कोटे के हिसाब से दे रही है. दिल्ली को अभी उन्होंने 2000 देने के लिए कहा है जैसे ही मिलेगी हम अस्पतालों को दे देंगे. हम इंजेक्शन हॉस्पिटल में दे रहे हैं क्योंकि घरों में इसका इलाज नहीं हो सकता है. एक व्यक्ति को 5-6 इंजेक्शन 1 दिन में लगते हैं. अगर जरूरत थी 4 हजार की हमें मिले 1 हजार तो टारगेट पूरा हो ही नहीं सकता. ये तो ऑक्सीजन वाली बात ही हो गई कि अगर जरूरत थी 600 टन की आपने दी 300 टन और फिर कहा कि ठीक से डिस्ट्रीब्यूट नहीं किया.

दिल्ली में एक दिन में जितना लगता है, अगर उसका आधा कर दें और फिर कहें कि डिस्ट्रीब्यूशन ठीक कर दो तो उससे काम चल जाएगा, लेकिन काम नहीं चलेगा. दिल्ली और पूरे देश में इसकी कमी है. कल हाई कोर्ट ने भी केंद्र सरकार को कहा है कि जहां से भी उपलब्ध हो इसको इंपोर्ट करना चाहिए. यह दवाई अभी मेडिकल स्टोर से नहीं मिल सकती है. सरकार ने एक कमेटी बनाई है, जिसे हॉस्पिटल वाले सीधे रेफर करेंगे और वहां से मिल जाएगी.


ये भी पढ़ें:-दिल्ली में दिखने लगी आशा की किरण, कम हो रही है कोरोना संक्रमण दर: सत्येंद्र जैन

वैक्सीन की है किल्लत

वैक्सीन से जुड़े सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में 18 प्लस तक की कोवैक्सीन पहले ही खत्म हो गई थी. कोविशील्ड भी खत्म हो रही है. कई सारे सेंटर आज से बन्द हो रहे हैं. अगर हमें 1 लाख डोज मिलते हैं, तो वो एक दिन में ही लग जायेगी. हमारा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बढ़िया है. बहुत तेज़ी से हम वैक्सीन लगा सकते हैं, जो केंद्र ने अनुसूची दी थी, उसमें तो बहुत थोड़ी सी वैक्सीन है. केंद्र सरकार जितनी 1 महीने में वैक्सीन देते हैं वो तो 4-5 दिन की ही है. वैक्सीनेशन का पूरा सिस्टम कोविन सॉफ्टवेयर जो केंद्र सरकार का है, उससे चलता है. कोई भी कंपनी, जिससे हम वैक्सीन लेना चाहें किसी भी रेट पर हमें नहीं दे सकतीं, जब तक कि केंद्र सरकार अनुमति न दे. पूरा कंट्रोल उनका है वे जिसको जितना देना चाहें देंगे.


ये भी पढ़ें:-ऑक्सीजन के बाद ICU बेड्स की कमी, सत्येंद्र जैन ने केंद्र से लगाई मदद की गुहार


इस बार ज्यादा बच्चे नहीं हुए प्रभावित

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि इस पिक में बच्चों का हॉस्पिटल में एडमिशन ज़्यादा नहीं बढ़ा है. इस बार पूरी फैमिली संक्रमित हो रही है लेकिन बच्चे बहुत ज्यादा गंभीर नहीं हुए हैं. पिछली बार जो कोरोना का पीक था वो 8600 का था. इस बार 28 हजार मामले सामने आए थे. उसी अनुपात में बच्चों का असप्तालों में एडमिशन भी बढ़ा है. इस बार जो ओवरऑल पीक है वो ही काफी ज्यादा था. इस बार तो बच्चे इतने प्रभावित नहीं हुए, लेकिन जो अगला पीक हो सकता है. उसमें एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि वो वेव बच्चों के लिए आएगी, तो उसे लेकर हम तैयारी कर रहे हैं.

Last Updated : May 21, 2021, 3:23 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details