नई दिल्ली: जून महीने में दिल्ली में कोरोना की रफ्तार काफी तेज थी, तब हर दिन तीन हज़ार के करीब मामले सामने आ रहे थे. 23 जून को तो यह संख्या चार हजार के करीब पहुंच गई थी और इसी के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने कई बैंक्वेट हॉल्स में अस्थायी तौर पर कोविड केयर सेंटर बनाने का फैसला किया था. 24 जून को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के सामने स्थित शहनाई बैंक्वेट हॉल का दौरा किया था.
शहनाई बैंक्वेट हॉल में बना कोविड सेंटर हुआ मरीजों से खाली कभी भर्ती थे 60 मरीज
इस बैंक्वेट हॉल में 100 बेड का कोविड केयर सेंटर तैयार किया गया था. डॉक्टर्स फॉर यू एनजीओ को इसके संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी और इसे सामने स्थित लोकनायक अस्पताल से जोड़ा गया था. तब से अब तक यहां करीब 200 कोरोना मरीजों का इलाज हो चुका है. एक समय में यहां लगभग 60 मरीज इलाजरत थे. लेकिन अब यह कोविड केयर सेंटर मरीजों से पूरी तरह खाली हो चुका है.
पूरी तरह से बंद नहीं हुआ
ईटीवी भारत के कैमरे में जो दिखा, उसके अनुसार यहां एक भी कोरोना मरीज नहीं है. इसका संचालन कर रहे डॉक्टर्स फॉर यू के चेयरमैन डॉ. रजत जैन ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि अभी फिलहाल यहां एक भी मरीज नहीं हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. यहां अब भी पूरी व्यवस्था यथावत बनी रहेगी और यह अब भी एलएनजेपी अस्पताल के साथ अटैच है और जैसे ही जरूरत पड़ेगी आधे घण्टे के भीतर हम मरीज भर्ती कर लेंगे.
CWG विलेज सेंटर में मरीज ट्रांसफर
इस पूरी स्थिति को लेकर ईटीवी भारत ने एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार से भी बातचीत की. उनका कहना था कि शहनाई बैंक्वेट हॉल में बुधवार रात तक करीब 20 मरीज थे और इनके लिए डॉक्टर्स फॉर यू को अलग से मेडिकल स्टाफ्स की व्यवस्था करनी पड़ रही थी. यह संस्था राष्ट्रमंडल खेलगांव में भी एक कोविड केयर सेंटर का संचालन कर रही है. इसलिए उनके अनुरोध पर हमने इन मरीजों को वहां ट्रांसफर करने की अनुमति दे दी.
घटते संक्रमण का असर
हालांकि डॉ. सुरेश कुमार ने यह भी कहा कि डॉक्टर्स फॉर यू ने यह सुनिश्चित किया कि शहनाई बैंक्वेट हॉल कोविड केयर सेंटर में व्यवस्था बनी रहेगी और जब भी जरूरत होगी, वहां मरीज भर्ती किए जा सकेंगे. क्या इस कोविड केयर सेंटर के मरीजों से खाली होने को दिल्ली में घटते कोरोना संक्रमण से जोड़कर देखा जा सकता है? इस सवाल पर डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि निश्चित रूप से. उन्होंने बताया कि बीते दो हफ्ते में मरीजों की संख्या काफी कम हुई है.
LNJP में खाली 1509 बेड
अपने एलएनजेपी अस्पताल के आंकड़ों के जरिए वर्तमान स्थिति को समझाते हुए उन्होंने कहा कि पहले एलएनजेपी में हर दिन कोरोना के 100-110 मरीज भर्ती होते थे, लेकिन अब यह संख्या 50-60 हो गई है. साथ ही मौत के मामलों में भी कमी आई है. शहनाई बैंक्वेट हॉल कोविड केयर सेंटर के मरीजों से खाली होने के साथ-साथ गौर करने वाली बात यह भी है कि 2000 बेड वाले दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल एलएनजेपी में अभी मात्र 491 मरीज भर्ती हैं और 1509 बेड खाली हैं.