नई दिल्ली:दिल्ली सरकार ने 1 सितंबर से स्कूल खोलने के इजाजत तो दे दी है, लेकिन स्कूलों को सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइंस का पालन करना होगा. सरकार के नई गाइडलाइंस के तहत हर स्कूल में क्वारंटाइन रूम बनाने की बात कही गई है तो वहीं यह भी बताया गया है कि स्कूल में बच्चों के लिए सैनिटाइजेशन कंपलसरी होगा.
स्कूल खोलेने से जाने से पहले स्कूल प्रमुखों को तैयारी करने के लिए कहा गया है. इसमें एसएमसी मेंबर्स के साथ मीटिंग, कोविड प्रोटोकॉल प्लान और थर्मल स्कैनर, साबुन और सैनिटाइजर आदि का इंतजाम कर लेने के लिए कहा गया है. प्रमुखों को इस बात की जिम्मेदारी भी दी गई है कि उनके साथ में सभी लोग वैक्सीनेटेड हैं. यदि नहीं हैं तो इसे प्रमुखता देनी होगी.
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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मुताबिक, दिल्ली के स्कूलों में 98 फीसदी तक स्टाफ को कोरोना की पहली डोज़ लग चुकी है. जिन्हें नहीं लगी है उनके लिए भी जोर दिया जा रहा है. वहीं नए SOPs में क्लास रूम की क्षमता से 50 फीसदी तक बच्चों के बैठने का इंतजाम कर लेने की सलाह दी गई है. इसका मुख्य मकसद बच्चों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना है. अलग-अलग वक्त पर बच्चों की भीड़ ना हो इसके लिए स्कूल प्रमुखों को इंतजाम कर लेने के लिए कहा गया है.
नई गाइडलाइंस में कहा गया है कि बच्चों को अपना खाना, किताबें और अन्य स्टेशनरी आइटम एक-दूसरे से साझा नहीं करने की सलाह दें. इससे अलग स्कूल प्रमुख यह सुनिश्चित करें कि स्कूल के कॉमन एरिया की साफ-सफाई नियमित तौर पर हो रही है. शौचालयों में साबुन और पानी का इंतजाम है. साथ ही स्कूल परिसर में थर्मल स्कैनर, सैनिटाइजर और मास्क आदि की उपलब्धता है.