नई दिल्ली: दिल्ली के अंदर वायु प्रदूषण के लगातार बढ़ते स्तर को लेकर हालात चिंताजनक बने हुए हैं. हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि GRAP-4 को लागू कर दिया गया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीधे तौर पर वायु प्रदूषण के बड़े स्तर के लिए जिम्मेदार ठहराया है. दिल्ली के गैस चैंबर में तब्दील हो जाने के चलते (AAP BJP clash over Delhi air pollution) दिल्ली वासियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उसका सबसे ज्यादा बुरा असर छोटे बच्चों पर पड़ रहा है. ऐसे में तुरंत प्रभाव से दिल्ली के अंदर सभी स्कूल बंद होने चाहिए. इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली बीजेपी का दल उपराज्यपाल से मुलाकात कर दिल्ली में तुरंत प्रभाव से स्कूल बंद करने की मांग भी रखेगा. हालांकि प्राइमरी स्कूल तक को शनिवार से बंद करने का आदेश आ चुका है.
दिल्ली के अंदर एमसीडी चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच में राजनीतिक खींचतान के चलते सियासी माहौल पूरी तरीके से गरमाया हुआ है. इस बीच दिल्ली के अंदर लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण के स्तर के चलते हालात बेहद चिंताजनक और नाजुक बने हुए हैं. जानकारी के मुताबिक राजधानी दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर 500 के आंकड़े को पार कर गया है, जिसकी वजह से दिल्ली में लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है.
दिल्ली वायु प्रदूषण को लेकर आप बीजेपी की भिड़ंत वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर और भयावह बन चुके हालातों को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राजधानी दिल्ली में बिगड़ते हालातों को लेकर आज तड़के सुबह 8:30 बजे प्रेस कांफ्रेंस कर सीधे तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ना सिर्फ जिम्मेदार ठहराया बल्कि इसे दिल्ली सरकार का फेलियर भी बताया. आदेश गुप्ता ने अपनी बात रखते हुए कहा आज जब राजधानी दिल्ली के अंदर वायु प्रदूषण का स्तर इतना भयावह हो चुका है और GRAP-4 भी लागू हो चुका है. ऐसे में दिल्ली के अंदर स्कूल क्यों खुले हैं. आखिर दिल्ली के मुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं, उन्हें दूसरे राज्यों में पॉलिटिकल टूर करने से फुर्सत ही नहीं है. दिल्ली में तुरंत प्रभाव से वर्तमान हालात और वायु प्रदूषण के बढ़ते हुए स्तर को देखते हुए सभी स्कूलों को तुरंत बंद किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पंजाब सरकार को पराली जलाए जाने पर रोक लगाए जाने के मद्देनजर 1347 करोड रुपए की आर्थिक सहायता भी दी गई थी. लेकिन उसके बावजूद पंजाब में पराली जलाए जाने की संख्या पिछले साल के मुकाबले बढ़ी है. बीते 24 घंटे में 3600 से ज्यादा मामले पंजाब में पराली जलाने के सामने आए हैं. भगवंत मान के विधानसभा क्षेत्र जो खुद पंजाब के मुख्यमंत्री हैं. वहां पर सबसे ज्यादा मामले पराली जलाने के सामने आ रहे हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस डी कंपोजर की बात करते हैं. उसके प्रचार-प्रसार पर तो करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गए लेकिन उसका प्रयोग नहीं किया.
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बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपनी बात रखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राजधानी दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण के लिए से तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने एक भी कदम दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाए जाने के मद्देनजर नहीं उठाया है. आज सुबह दिल्ली के जहांगीरपुरी में प्रदूषण 616 है. वहीं बीते दिन रात को मुंडका, नरेला और बवाना जैसे इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 700 से ऊपर था. जो दिल्ली के गंभीर हालातों को दिखाता है. जिसकी वजह से आज दिल्ली गैस चेंबर में तब्दील हो चुकी है.
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