नई दिल्ली: कोरोना माहामारी से लगभग 3 महीनों से बंद पड़े शैक्षणिक संस्थानों को जुलाई माह में खोलने पर विचार चल रहा है. ऐसे में छात्रों को इस माहामारी को लेकर जागरूक करने के लिए शिक्षा निदेशालय प्रयास कर रहा है. जिसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई, कोरोना वायरस से संबंधित अध्ययन सामग्री सभी सरकारी स्कूलों को भेज दी गई है. साथ ही सभी एचओएस को यह निर्देश दिया गया है, कि वह बच्चों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने करे.
इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी यह अध्ययन सामग्री उनसे सोशल प्लेटफॉर्म के जरिए साझा करें. इसको लेकर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि स्कूल यदि खुलता है और छात्र स्कूल आते हैं तो उनके लिए कोई भी चीज नई ना हो. वह खुद को सुरक्षित करने के लिए बरते जा रहे सभी जरूरी एहतियात से परिचित रहे, इसलिए यह पहल की जा रही है.
देश में 4 चरणों तक लॉकडाउन चलने के बाद अब अनलॉक 1.0 शुरू हो गया है. जिसमें बंद पड़ी लगभग सभी चीज़ों को खोल दिया गया है. दफ्तर, मार्किट सहित सभी कार्यालय कार्यरत हो गए हैं, केवल शैक्षणिक संस्थान अभी बंद हैं. वहीं अब स्कूलों को भी जुलाई से खोलने पर विचार चल रहा है. इसी कड़ी में दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण, इलाज और बचाव संबंधित जारी की गई जानकारियां सभी स्कूलों को भेजी हैं. साथ ही कहा है कि संक्रमण के खतरे को कम से कम किया जा सके, इसलिए जरूरी है कि छात्र पहले से ही कोरोना वायरस के प्रति जागरूक रहें. ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोविड-19 को लेकर जारी की गई अध्ययन सामग्री को सभी छात्रों तक पहुंचाने के लिए कहा गया है. इसके लिए एचओएस किसी भी शिक्षक कोई ड्यूटी दे सकते हैं कि वह अपने बच्चों को यह अध्ययन सामग्री व्हाट्सएप या ऑनलाइन टीचिंग के दौरान भेजें या साझा करें.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की कोविड-19 पर जानकारी