नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार के एजेंडे में शिक्षा व स्वास्थ्य भले ही सबसे ऊपर पायदान पर हो. मगर स्वास्थ्य सेवा से दुखी होकर सोमवार को AAP के डॉक्टर सेल के प्रमुख डॉक्टर सरदार खान ने इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
इसी तरह दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के निजी सचिव के तौर पर AAP के चांदनी चौक लोकसभा सीट के महामंत्री गौरव चौहान ने भी AAP का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया. ये केजरीवाल सरकार के लिए चुनावी साल में किसी झटके से कम नहीं है.
बीजेपी पार्टी का सदस्यता अभियान जारी बीजेपी पार्टी का सदस्यता अभियान जारी
पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश बीजेपी कार्यालय में AAP के डॉक्टर प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. सरदार खान के साथ-साथ गौरव चौहान को प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई है.
10 लाख नए लोगों को जोड़ने का लक्ष्य हुआ पूरा
बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि पार्टी का संगठन पर्व अभी चल रहा है. लाखों की तादात में नए लोग पार्टी से जुड़े हैं. दिल्ली में पार्टी ने 11 अगस्त तक 10 लाख नए लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा था. ये लक्ष्य अभी ही पार हो चुका है. इसके लिए उन्होंने प्रदेश बीजेपी की टीम को बधाई भी दी.
'AAP उद्देश्यों से पूरी तरह भटक गई है'
मनोज तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को देखकर आज पार्टी में लोग भारी संख्या में जुड़ रहे हैं. आम आदमी पार्टी जिन उद्देश्यों से बनी थी. उन उद्देश्यों से पूरी तरह भटक गई है. इसीलिए सेवा के उद्देश्य से जो लोग पार्टी से जुड़े थे आज वह लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और वे सब देश की सेवा करने के लिए बीजेपी से जुड़ रहे हैं.
'अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वालों के मुखिया'
'आप' का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हुए डॉक्टर सरदार खान ने कहा कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है और अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वालों के मुखिया हैं. किस तरह से भ्रष्टाचार किया जाए और दूसरे दलों के लोगों को कैसे परेशान किया जाए. ये सब केजरीवाल के संरक्षण में होता है.
उन्होंने कहा कि वो अन्ना हजारे के विचारधारा से प्रभावित होकर आम आदमी पार्टी में आए थे. आज वैसा कुछ भी नहीं है. मुख्यमंत्री बनने से पहले केजरीवाल कहा करते थे कि जो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठता है वो बदल जाता है. आज केजरीवाल भी पूरी तरह बदल चुके हैं.