नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लूटपाट करने वाले गैंग के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग का सरगना आजाद फिलहाल फरार चल रहा है. आरोपियों के पास से दो पिस्तौल, दो कारतूस, एक चाकू एवं लूटा गया काफी सामान बरामद किया गया है. बीते नवंबर महीने में एक ही रात में आरोपियों ने लूट की तीन वारदातों को अंजाम देकर हड़कंप मचा दिया था. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने फिलहाल 14 वारदातों को सुलझाने का दावा किया है.
पिस्तौल के बल पर लूटपाट करने वाले गिरफ्तार पिस्तौल के दम पर करते थे लूटपाट
अतिरिक्त आयुक्त शिबेश सिंह के अनुसार 27 नवंबर को दो बाइक पर सवार पांच बदमाशों ने दिल्ली में तीन लूट की वारदातों को अंजाम दिया था. रात लगभग 10:25 बजे उन्होंने अपने दोस्त के साथ जा रहे कारोबारी पवन कुमार को निर्माण चौक के समीप लूटा था. बदमाश 75 हजार रुपये नगद, मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड एवं अन्य कीमती सामान लूट कर फरार हो गए थे. इसे लेकर कालिंदी कुंज थाने में मामला दर्ज कराया गया था.
दूसरी वारदात में उन्होंने कालकाजी से लौट रहे गौरव कुमार को पिस्तौल के बल पर लूट लिया था. इसके कुछ ही समय बाद उन्होंने एनएच 24 पर रामप्रताप नाम शख्स से पिस्तौल के बल पर लूटपाट की थी. उससे 30 हजार रुपये और चार मोबाइल फोन लूटकर बदमाश ले गए थे. इन दोनों वारदातों को लेकर पटपड़गंज थाने में मामला दर्ज किया गया था.
क्राइम ब्रांच ने पकड़े तीन लुटेरे
लूटपाट की वारदातों को ध्यान में रखते हुए क्राइम ब्रांच के एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर दिनेश कुमार की टीम काम कर रही थी. इस दौरान उन्हें पता चला कि आजाद गैंग ने इन वारदात को अंजाम दिया है. इस गैंग का सदस्य गुलशन अपने साथी से मिलने के लिए शाहदरा ब्रिज के पास आएगा. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने छापा मारकर गुलशन को गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ के दौरान उसने तीनों वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की. उसने बताया कि वारदात के दौरान उसके साथ प्रशांत और ओमवीर सिंह थे. उसकी निशानदेही पर छापा मारकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से दो देशी कट्टे और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए. वहीं गुलशन की निशानदेही पर एक चाकू एवं काफी मात्रा में लूटा गया सामान भी बरामद हो गया है. उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
छह महीने से कर रहे थे लूटपाट
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि इस साल के मध्य में वह आजाद गौरव से मिले और उसके गैंग में शामिल हो गए. उन्होंने चोरी, झपटमारी और लूटपाट की कई वारदातों को बीते 6 महीने में अंजाम दिया है. पिस्तौल के बल पर सभी वारदातों को वह अंजाम देते थे. लूटे गए मोबाइल को वह नेपाल में बेचते थे, ताकि पुलिस उन तक न पहुंच सके.
गिरफ्तार किया गया गुलशन शाहदरा का रहने वाला है और फोटो फ्रेमिंग की दुकान में काम करता है. दूसरा आरोपी ओमवीर आगरा का रहने वाला है. पहले वह टैक्सी चलाता था. बुरी संगत में पड़कर वह नशे का आदि हो गया. उसके खिलाफ 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं. जेल से निकलने के बाद वह आजाद गैंग में शामिल हो गया था. तीसरा आरोपी प्रशांत कालकाजी मंदिर के पास रहता है. नाबालिग रहते हुए ही वह बुरी संगत में पड़ गया था. चोरी के मामले में उसे पुलिस ने पहले भी गिरफ्तार किया था.