नई दिल्ली:उत्तरी दिल्ली नगर निगम(North MCD) को विज्ञापन के क्षेत्र से वर्ष 2018-19 में 33.71 करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी. वहीं वर्ष 2019-20 में 39.94 करोड़ रुपये की आय हुई. जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष में कोरोना जैसी महामारी की दस्तक की वजह से निगम की विज्ञापन के क्षेत्र से होने वाली आय के ऊपर बुरे तरीके से मार पड़ी है और इस वर्ष निगम पिछले साल के मुकाबले में 25 प्रतिशत से भी कम आय ही विज्ञापन के क्षेत्र में प्राप्त कर सकी है. इस वित्तीय वर्ष में 14 अक्टूबर 2020 तक नॉर्थ एमसीडी को 9.01 करोड रुपए के राजस्व की प्राप्ति हुई है.
विज्ञापन के क्षेत्र में कम हुआ निगम का राजस्व - उत्तरी दिल्ली नगर निगम का राजस्व
राजस्व बढ़ाने के प्रयास
नॉर्थ एमसीडी द्वारा विज्ञापन के क्षेत्र में राजस्व को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में निगम ने अपने 8 क्लस्टर्स को 30 छोटे-छोटे एवं सार्थक क्लस्टर में विभाजित किया है. ताकि अधिक प्रतिभागी इसमें हिस्सा लें और निगम को अधिक से अधिक आय हो सके.इन 30 नए बनाए गए कलस्टर में से चार क्लस्टरों को नीलामी के जरिए आवंटित किया जा चुका है.
- नॉर्थ एमसीडी का विज्ञापन विभाग विज्ञापन के क्षेत्र में निगम के राजस्व को बढ़ाने के लिए लगातार नई नई योजनाओं पर काम कर रहा है. इसी कड़ी में निगम के अंतर्गत आने वाले पार्को की दीवार पर विज्ञापन लगाने की नीति का निर्धारण किया जा रहा है. निगम के क्षेत्रों में 30 पार्को को ई-नीलामी के जरिए आबंटित किया जाएगा. इस योजना के तहत निगम को हर वर्ष 50 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हो पाएगा.
2. नॉर्थ एमसीडी द्वारा स्वीकृत सेल्फ साइनेज और वॉल रैप के माध्यम से विज्ञापन लगाने की नीति एवं दरों के अनुरूप विज्ञापन विभाग आईटी विभाग के साथ लगातार नीति पर काम कर रहा है और इससे निगम के राजस्व में बढ़ोतरी की अच्छी संभावना है.
- दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का राजस्व
दक्षिण दिल्ली नगर निगम(South MCD) भी विज्ञापन के क्षेत्र में लगातार राजस्व को बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है. वर्ष 2019-20 में साउथ एमसीडी ने विज्ञापन के क्षेत्र में 137.14 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया है. हालांकि यह राजस्व थोड़ा और अधिक हो सकता था यदि वैश्विक महामारी कोरोना का प्रभाव नहीं पड़ता.
निगम के लिए ये साल रहा चुनौतीपूर्ण
यह साल कोरोना के चलते दिल्ली नगर निगम के लिए पूरी तरह से चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन उसके बावजूद भी प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों में साउथ एमसीडी ने अपनी तरफ से राजस्व को बढ़ाने के हर संभव कदम उठाए. जिसके चलते इस वर्ष अक्टूबर माह तक साउथ एमसीडी के अथक प्रयासों से निगम 16 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर चुकी है.
5 करोड़ रुपये का आया राजस्व
कोरोना महामारी के परिणाम स्वरुप देशभर में लगे लॉकडाउन और उद्योग जगत पर पड़े बुरे असर के चलते निगम को विज्ञापन के क्षेत्र में राजस्व को लेकर आर्थिक मंदी के दौर से गुजरना पड़ा. जिसके चलते वर्तमान में निगम को कॉन्ट्रैक्ट में मानवता के तहत रियायत देनी पड़ी है. जहां बीते वित्तीय वर्ष 2019-20 में राजस्व साझा करने की व्यवस्था के अंतर्गत साउथ एमसीडी को 25.36 करोड़ रुपये का राजस्व आया था. वहीं वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में इस मद में लगभग 5 करोड़ रुपये आने की संभावना है.
एसडीएमसी द्वारा किए जा रहे प्रयास
- साउथ एमसीडी लगातार विज्ञापन के क्षेत्र में काम कर रही है और निगम का प्रयास है कि विज्ञापन के क्षेत्र में राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाया जाए. जिससे निगम की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद मिले.
2. विज्ञापन के क्षेत्र में साउथ एमसीडी ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए नए डिजिटल तरीके से विज्ञापन के क्षेत्र में कदम रखने की तैयारी कर ली है. इस योजना के तहत डिजिटल तरीके से निगम अपने संस्थानों के बाहर होर्डिंग्स पर प्रचार प्रसार करेगी. जिसके लिए निगम ने पूरी योजना को तैयार कर ली है. इस पूरी योजना के लिए साउथ एमसीडी एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार करने जा रही है.
3. साउथ एमसीडी विज्ञापन के क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए एलईडी डिजिटल मीडिया की तुलना में सामान्य फ्लेक्स एडवर्टाइजमेंट से ज्यादा राजस्व प्राप्त होने की संभावना के कारण अपने विज्ञापन विभाग को एलईडी डिजिटल मीडिया के माध्यम से लैस करने जा रही है.निगम के अंतर्गत आने वाले बाजारों में एलईडी और डिजिटल मीडियम वाले विज्ञापन की अनुमति प्रदान की जा रही है.
4. अभी तक एलईडी डिजिटल मीडिया माध्यम से विज्ञापन करने हेतु 15 क्लस्टर आवंटित किए जा चुके हैं.आगामी वित्तीय वर्ष में 5 और मार्केट कलस्टर इसी तरह से आवंटित किए जाएंगे. ग्रेटर कैलाश, रजौरी गार्डन, ग्रेटर कैलाश पार्ट-1 और 2, सरोजनी नगर जैसी जगह पर मार्केट्स में सामान्य विज्ञापन पटल को एलईडी पैनल में रूपांतरित करने की स्वीकृति दे दी गई है.
5. साउथ एमसीडी अपने सार्वजनिक शौचालयों पर विज्ञापन के माध्यम से भी राजस्व अर्जित करने की दिशा में क्रियाशील है. निगम के द्वारा सार्वजनिक शौचालयों पर रिक्त स्थानों पर विज्ञापन का सीधा क्रय विक्रय कर राजस्व अर्जित करने का प्रयास किया जा रहा है. ग्रीन पार्क ओर लाजपत नगर में निर्माणाधीन मल्टीलेवल पार्किंग जिनका निर्माण निगम के द्वारा करवाया जा रहा है. उन बिल्डिंग्स पर भी विज्ञापनों द्वारा राजस्व बढ़ाया जाएगा इस संबंध में नीति बनाई जा रही है.
उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की तरह ही पूर्वी दिल्ली नगर निगम भी विज्ञापन के क्षेत्र में अपनी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में लगी हुई है. वर्तमान समय में पूर्वी दिल्ली नगर निगम को भी विज्ञापन के क्षेत्र से राजस्व अर्जित करने में कोरोना के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. आगामी वित्तीय वर्ष के मद्देनजर पूर्वी दिल्ली नगर निगम भी विज्ञापन के क्षेत्र में अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए कई सारी योजनाओं पर काम कर रही है.