नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन (mulayam singh yadav death) हो गया है. मुलायम सिंह यादव ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर अंतिम सांस ली. उन्हें 22 अगस्त को मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था. 1 अक्टूबर की रात उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया था. मेदांता के डॉक्टरों का पैनल मुलायम सिंह यादव का इलाज कर रहा था.
कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज राजनेता गुलाम नबी आजाद ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह बहुत ही सीधे और सरल स्वभाव के साथ सादगी पसंद करने वाले व्यक्तित्व के इंसान थे. उनका अचानक जाना भारतीय राजनीति के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है. उन्होंने मुलायम सिंह यादव के साथ अपनी पहली मुलाकात को बताते हुए उनसे जुड़ी यादों को साझा भी किया.
वहीं लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी मुलायम सिंह यादव के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि "वे लोहिया और जयप्रकाश नारायण की विचारधारा को लेकर आगे चले और यूपी और देश के अंदर समाजवाद के मुखर आवाज बने."
वहीं, दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा है, 'उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता श्री मुलायम सिंह यादव जी के निधन का दुखद समाचार मिला. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं उनके सभी प्रशंसकों और परिजनों को ये अपार दुख सहने की शक्ति दें.'
मुलायम सिंह यादव के निधन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शोक जताते हुए कहा कि "मुलायम सिंह यादव एकमात्र ऐसे नेता थे, जिन्हें सुभाष चंद्र बोस के बाद नेताजी कहा गया. उनका जाना समाजवाद और लोहियावाद के एक युग का अंत है. वह व्यक्ति ही नहीं बल्कि एक व्यक्तित्व थे. बहुत ही कम उम्र में उन्होंने देश की राजनीति में उनका पदार्पण हुआ. मुलायम सिंह का चले जाना केवल समाजवादी पार्टी, उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर के लिए बहुत बड़ी क्षति है."