नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना की रफ्तार इलाज की व्यवस्था पर लगातार हावी होती जा रही है. कोरोना की चौथी लहर ने जब अस्पतालों की मौजूदा व्यवस्था को धत्ता बता दिया, तब दिल्ली सरकार ने बड़ी संख्या के अस्थायी कोरोना अस्पताल बनाने शुरू किए. ऐसे कई कोविड केयर सेंटर्स में अभी कोरोना मरीजों का इलाज जारी भी है. लेकिन जो दो नए कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं, वे इनसे काफी अलग हैं.
500 ICU बेड्स की तैयारी: अस्पताल में बदल रही रामलीला मंचन की जगह - दिल्ली रामलीला मैदान में अस्पताल
बढ़ते कोरोना के मद्देनज़र दिल्ली सरकार ने 10 मई तक 1200 आईसीयू बेड्स तैयार करने का लक्ष्य रखा है. इनमें से 500 आईसीयू बेड्स जीटीवी अस्पताल के पास रामलीला ग्राउंड में बनाए जा रहे हैं. ईटीवी भारत की इस रिपोर्ट में देखिए कि कैसे रामलीला मंचन वाली जमीन कोरोना के अस्पताल में तब्दील हो रही है.
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10 मई तक 1200 बेड्स तैयार करने का लक्ष्य
27 अप्रैल को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया था कि मुख्य रामलीला मैदान में 500 और जीटीबी अस्पताल के सामने के रामलीला मैदान में 500 आईसीयू बेड्स तैयार किए जा रहे हैं. इसके अलावा राधास्वामी सत्संग व्यास में भी 200 आईसीयू बेड्स तैयार हो रहे हैं. सीएम ने कहा था कि 10 मई तक ये 1200 आईसीयू बेड्स तैयार हो जाएंगे. अभी की बात करें तो इन्हें तैयार करने का काम जारी है.
रामलीला मैदान में युद्धस्तर पर जारी है काम
जीटीबी अस्पताल के पास के रामलीला मैदान में बेड्स लगाने का काम जारी है, वायरिंग भी साथ-साथ हो रही है. यहां लगाए जाने वाले सभी 500 बेड्स आईसीयू बेड्स होंगे. इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है. बिजली सप्लाई के लिए जनरेटर से लेकर मरीजों को यहां तक आसानी से पहुंचाने के लिए रास्ते का भी निर्माण हो रहा है. यहां के कर्मचारियों की मानें, तो ये सभी काम 10 मई से पहले पूरे हो जाएंगे.
जीटीबी अस्पताल के साथ है अटैच
आपको बता दें कि जो जगह अभी पूरी तरह से अस्पताल में बदलती दिख रही है. यहां कभी रामलीला का मंचन होता रहा है. इस कोविड केयर सेंटर को जीटीबी अस्पताल के साथ अटैच किया गया है. हालांकि यहां आईसीयू बेड्स की व्यवस्था है. लेकिन इसके बावजूद अगर किसी मरीज को किसी तरह की दिक्कत होती है, तो उसे तुरंत जीटीबी अस्पताल में भेज दिया जाएगा.