नई दिल्ली: महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ और दिल्ली विधानसभा की रजत जयंती के अवसर पर 6 से 8 नवंबर तक विधानसभा परिसर में 'दिल्ली युवा संसद' कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. इसमें 41 कॉलेजों के 84 छात्र हिस्सा ले रहे हैं.
युवा संसद का आयोजन को लेकर विधानसभा स्पीकर ने की खास बातचीत इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. उन्होंने दिल्ली युवा संसद के पूरे कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
इतिहास में पहली बार होगा ऐसा
विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि देश के इतिहास में यह पहला अवसर होगा कि किसी विधानसभा के मुख्य सदन में छात्र युवा 'सांसद' की भूमिका निभाएंगे. युवा संसद में विधायी व्यवस्था का वास्तविक अनुभव कराने के लिए दिल्ली विधानसभा के सभागार में मॉक विधानसभा सत्र आयोजित किया जा रहा है. जिसमें वे काल्पनिक राज्य 'इंद्रप्रस्थ' में मंत्रियों एवं विधायकों की भूमिका छात्र निभाएंगे. उन्हें एक अंतर्दृष्टि मिलेगी की विधानसभा कैसे कार्य करती है. विधायक और संकल्पों का प्रस्ताव कैसे किया जाता है. वाद-विवाद कैसे करती है. राज्य और विशेष रूप से उसके नागरिकों के लिए प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा कैसे की जाती है.
ये है इस दिल्ली युवा संसद का मकसद
उन्होंने कहा कि विधानसभा की प्रक्रिया की जानकारी युवा मस्तिष्क में विधायकों की कार्य प्रक्रिया के प्रति एक सोच पैदा करने में सहायक होगी. अपने वर्ग और समुदाय के अनुकूल और समग्र विकास के लिए उनके हित निर्वाचित प्रतिनिधियों के आगे उठाने में सहायक होगी और दिल्ली की समस्याओं का भी समाधान ढूंढेंगी. इसके साथ ही दिल्ली युवा सांसद का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के युवा मतदाताओं में जागरूकता पैदा करने उन्हें विधायिका की कार्यप्रणाली से रू-बरू कराने और ज्वलंत समस्याओं के समाधान पाने का भी होगा.
दिल्ली युवा संसद कार्यक्रम के अंतर्गत इंद्रप्रस्थ सभा, सीनियर सिटीजन वेलफेयर, बेरोजगारी, समाज कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, महिला सुरक्षा, प्रदूषण नियंत्रण और युवाओं की समस्याओं के उपायों पर चर्चा करेगी. इसमें राज्यपाल का अभिभाषण, प्रश्नकाल, विशेष उल्लेख और संकल्प सब युवा सांसद पेश करेंगे और इस पर चर्चा करेंगे.
अरविंद केजरीवाल करेंगे इस कार्यक्रम का शुभारंभ
6 से 8 नवंबर तक चलने वाले दिल्ली युवा संसद का शुभारंभ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को करेंगे. दिल्ली के 41 कॉलेजों के जिन 84 छात्रों का चयन किया गया है उनकी आयु 18 से 29 वर्ष के बीच है और चयनित युवा छात्रों में 55 छात्राएं हैं.