नई दिल्ली: रेलवे ने पिछले दिनों कुछ रेलगाड़ियों के टाइमटेबल में बदलाव किया है. सहूलियत से पहले यही टाइमटेबल लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है. शनिवार को बिहार संपर्क क्रांति के नए समय पर जाने के चलते कुछ लोगों की गाड़ी छूट गई. जिसके बाद गुस्साए लोगों ने पहले समाधान के लिए स्टेशन डायरेक्टर से मदद मांगी और दफ्तर के बाहर हंगामा किया.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का बवाल दोपहर 2.15 बजे का था टाइम, एक बजे ही हो गई रवाना
बिहार संपर्क क्रांति, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से दोपहर 2.15 पर चलती थी. नए टाइम टेबल के अनुसार, गाड़ी अब दोपहर 1.00 बजे नई दिल्ली से रवाना होती है. इसकी जानकारी यात्रियों को नहीं थी. लोग पहले के समय के हिसाब से ही स्टेशन पर पहुंचे और उनकी गाड़ी छूट गई.
यात्रियों को नहीं दी गई थी जानकारी
ईटीवी भारत से बातचीत में यात्रियों ने कहा कि इस संबंध में ना तो उन्हें कोई सूचना दी गई, और ना ही उनकी टिकट पर नया समय लिखा गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए पूरी तरह रेलवे जिम्मेदार है. अगर गाड़ियों का समय बदलता है तो यात्रियों को इस संबंध में सूचना जरूर दी जानी चाहिए. अब जब गाड़ी निकल ही गई है तो हम लोगों के लिए कुछ अतिरिक्त इंतजाम होना चाहिए.
टीवी चैनल, समाचार-पत्रों के माध्यम से दी गई थी जानकारी
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि रेलगाड़ियों के समय में बदलाव की जानकारी उन तमाम लोगों को दी गई है जिन्होंने अपनी टिकट बुक कराई है. इससे अलग रेलवे अखबार, टीवी चैनलों, रेडियो और प्लेटफार्म पर अनाउंसमेंट के जरिए भी लगातार इस संबंध में लोगों को सूचित कर रहा है. ये आरोप गलत है कि रेलवे ने इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी. हमें इस संबंध में साफ निर्देश दिए गए हैं कि अगर यात्रियों की संख्या ज्यादा होती है तो स्टेशन पर उनके लिए कोई अतिरिक्त इंतजाम किया जाए और उन्हें गंतव्य तक पहुंचाया जाए.
रेलवे ने 37 गाड़ियों के समय में किया है बदलाव
गौरतलब है कि नए प्लान के तहत उत्तर रेलवे की कुल 37 गाड़ियों के समय में बदलाव किया गया है. रेलवे का कहना है कि यह यात्रियों की सहूलियत के हिसाब से किया गया है और 4 तारीख तक इसे लागू नहीं किया गया. अब जबकि यह लागू हुआ तो पहले ही दिन लोगों की परेशानी सामने आ गई.