नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में दिल्ली के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने आवास पर दिल्ली के कांग्रेस नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई थी.
इस बैठक से बाहर निकलते हुए कई नेताओं ने मीडिया से बातचीत भी की. कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने ईटीवी भारत से बातचीत में स्पष्ट कहा कि हम सभी ने गठबंधन को लेकर राहुल जी से अपनी राय साझा कर दी है.
मेनिफेस्टो को लेकर चर्चा
उस समय तो शीला दीक्षित मीडिया से बच कर निकल गई, लेकिन शाम को डीपीसीसी कार्यालय में मीडिया से बातचीत में उन्होंने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया कि गठबंधन को लेकर राहुल गांधी से कोई भी बातचीत हुई है.
शीला ने कहा कि हमने राहुल गांधी से मेनिफेस्टो को लेकर चर्चा की. गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हुई.
गठबंधन को लेकर शीला ने किया साफ इनकार गठबंधन के खिलाफ शीला
गौरतलब है कि शीला शुरू से ही गठबंधन के खिलाफ रही हैं. उन्होंने कई बार खुलकर कहा है कि दिल्ली में कांग्रेस अपने बूते लड़ने और जीतने में सक्षम है, इसलिए गठबंधन नहीं होना चाहिए.
गठबंधन को लेकर रेफरेंडम
बताते चलें कि जब गठबंधन को लेकर प्रभारी पीसी चाको ने रेफरेंडम कराया था, तब शीला को इसके बारे में कुछ पता ही नहीं था, उन्होंने कहा था कि मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं है. अब गठबंधन पर अनभिज्ञता जता देना, संकेत देता है कि शीला दीक्षित गठबंधन से पूरी तरह कन्नी काट रही हैं.