नई दिल्ली: जेएनयू में नए सत्र की शुरुआत में ही बड़ा विवाद सामने आया है. बता दें कि जेएनयू में स्कूल ऑफ लैंग्वेज में दाखिला लेने वाले बीए फर्स्ट ईयर के छात्र ने पीएचडी कर रहे एक छात्र पर रैगिंग और मारपीट करने का आरोप लगाया है.
वहीं इस मामले को लेकर पीड़ित छात्र ने पुलिस और प्रशासन दोनों से शिकायत कर इस मसले से अवगत करवाया है, साथ ही अपनी सुरक्षा की भी मांग की है.
पीटने का लगाया आरोप
रैगिंग का शिकार हुए छात्र ने बताया कि वे नर्मदा हॉस्टल अपने दोस्त से मिलने गए थे और जब वो डॉरमेट्री से आगे बढ़े तो कार के पास खड़े एक युवक ने उन्हें बुलाया और उनका परिचय पूछा. जिसके बाद दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ.
एन्टी रैगिंग स्क्वाड से की शिकायत
पीड़ित छात्र ने आगे बताया कि उस युवक ने उन्हें थप्पड़ भी मारा और कहा कि वे यहां से आगे न जाएं. पीड़ित छात्र ने कहा कि उसे कान पकड़ने को कहा गया और नहीं पकड़ा तो मार-पिटाई की. इसके अलावा उनसे उठक-बैठक भी करवाई और धमकी देकर कहा कि वो कभी उनके सामने न आए. पीड़ित छात्र ने कहा कि इस तरह की धमकी मिलने के बाद उन्होंने जेएनयू के एन्टी रैगिंग स्क्वाड से शिकायत भी कर दी है.
पीएचडी के छात्र पर लगा आरोप
वहीं पीड़ित छात्र ने बताया कि धमकी देने वाला छात्र पीएचडी का है. जिसके खिलाफ हिम्मत करके पुलिस और जेएनयू प्रशासन दोनों से शिकायत तो कर दी है, लेकिन उन्हें अपनी जान भी खतरे में दिखाई दे रही है. यही वजह है कि उन्होंने पुलिस से प्रोटेक्शन मांगी है. साथ ही ये भी कह दिया है कि यदि उन्हें किसी भी तरह की कोई क्षति पहुंचती है तो उसके लिए पीएचडी का वह छात्र जिम्मेदार होगा.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर जब जेनएयू प्रशासन से बात करने की कोशिश की गई तो किसी से संपर्क नहीं हो पाया.