नई दिल्लीः दक्षिणी दिल्ली के बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के मोलड़बंद में पिछले दिनों सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दो सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई और एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है. इस घटना से आक्रोशित लोगों ने आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास के समीप प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन का नेतृत्व दिल्ली बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा ने किया.
बीजेपी ने सीएम निवास के समीप किया प्रदर्शन बीजेपी ने खोला मोर्चा
सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान हुई मौत को लेकर दिल्ली बीजेपी ने भी मोर्चा खोल लिया है. इनका कहना है कि केजरीवाल सरकार की ओर से न तो मृतकों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की गई और ना ही उनके परिवारों को किसी प्रकार का मुआवजा दिया गया. मुख्यमंत्री निवास के समीप प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों को मोर्चे के पदाधिकारियों ने संबोधित किया.
मुख्यमंत्री सेप्टिक टैंक सफाई योजना पर प्रश्न
इस घटना के बाद प्रदर्शन को लेकर ईटीवी भारत से बातचीत में दिल्ली बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष भूपेंद्र गोठवाल ने कहा कि यह सोचकर भी बहुत दुख होता है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कितनी सफाई से झूठ बोलकर लोगों को उनके हितों के नाम पर गुमराह करते हैं. बदरपुर इलाके में हुई घटना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा शुरू की गई "मुख्यमंत्री सेप्टिक टैंक सफाई योजना" पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है.
यह है योजना
भूपेंद्र गोठवाल ने कहा कि नवंबर 2019 में मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री सेप्टिक टैंक सफाई योजना का बड़े जोर-शोर से शुभारंभ किया कहा था. सेप्टिक टैंक की सफाई को लेकर कहा था कि दिल्ली सरकार यह मुफ्त में करवाएगी. इसके विज्ञापनों पर करोड़ों खर्च कर दिए लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रही. जिसका दुखद परिणाम है कि सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दो युवकों की मृत्यु हो गई और एक गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती है. इसकी जिम्मेदार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं इसी से नाराज लोग आज प्रदर्शन के लिए आए हैं.
मोर्चा के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि केजरीवाल सरकार लोगों की सहूलियत के लिए जो घोषणाएं करती है और सिर्फ एक चुनावी स्टंट होता है. घोषणाओं के विज्ञापन पर केजरीवाल सरकार करोड़ों खर्च करने से नहीं हिचकती, लेकिन उन घोषणाओं को जमीन पर लागू करने के लिए एक रुपया भी खर्च नहीं करती है. बता दें कि दिल्ली बीजेपी ने मृतकों के परिजनों को एक करोड़ रुपये के मुआवजा देने की भी मांग की है.