प्रदर्शन कर रहे दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजीव रे ने कहा कि शिक्षक शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुलपति प्रोफेसर योगेश त्यागी के साथ देर रात काफी देर बातचीत हुई लेकिन वह बेनतीजा रही है. लेकिन इस मामले को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय अधिकारियों से मिलने के लिए जा रहे हैं.
DU: शिक्षकों के प्रदर्शन का दूसरा दिन LIVE
16:37 December 05
राजीव रे
16:34 December 05
पुलिस-शिक्षकों के बीच झड़प
दिल्ली विश्वविद्यालय में लगातार दूसरे दिन शिक्षकों का 28 अगस्त को जारी किए गए सर्कुलर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. शिक्षक दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश त्यागी के कार्यालय में पिछले 24 घंटे के अधिक समय से डटे हुए हैं. वहीं बड़ी संख्या में कुछ शिक्षक कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान शिक्षक दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. वहीं प्रदर्शन के दौरान कई बार दिल्ली पुलिस और शिक्षकों के बीच झड़प भी देखने को मिली.
15:05 December 05
सवालों के घेरे में कुलपति
वहीं प्रदर्शन के दौरान कई बार दिल्ली पुलिस और शिक्षकों के बीच झड़प भी देखने को मिली. वहीं प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि कुलपति ने हमें सड़क पर ला दिया है.
15:04 December 05
बड़ी संख्या में कुछ शिक्षक दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान शिक्षक दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.
12:43 December 05
दिल्ली विश्वविद्यालय में शिक्षकों का प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी है. शिक्षक 28 अगस्त को जारी किए गए सर्कुलर को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. शिक्षक वीसी ऑफिस में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं.
12:43 December 05
ये हैं शिक्षकों की मांग
- 28 अगस्त को जारी किया गया सर्कुलर वापस हो
- प्रमोशन में एडहॉक सर्विस को जोड़ जाए
- प्रमोशन प्रक्रिया बहाल हो
- एडहॉक शिक्षकों को परमानेंट नियुक्त की जाए
12:15 December 05
DU: शिक्षकों के प्रदर्शन का दूसरा दिन LIVE
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 28 अगस्त को जारी किए गए सर्कुलर को लेकर शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया. वहीं अपनी इस मांग को लेकर शिक्षकों ने दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के बैनर तले कुलपति के कार्यालय का घेराव कर लिया है.
एडहॉक शिक्षकों ने कुलपति को तानाशाह बताया और कहा कि लंबे समय सेवाएं देने के बाद भी आज उनकी आजीविका खतरे में पड़ गई है. वहीं इस मामले पर बुधवार को शिक्षकों ने प्रदर्शन भी किया और वाइस चांसलर के ऑफिस में घुस गए.