नई दिल्ली/नोएडा:दिल्ली के जामिया नगर स्थित बटला हाउस से UP ATS ने धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में सामने आया कि नोएडा-NCR सहित करीब एक हजार मूक-बधिर बच्चों को पैसे और नौकरी का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया गया है. आरोपियों से ATS की पूछताछ में पता चला कि नोएडा के सेक्टर 117 स्थित एक मूक-बधिर स्कूल के बच्चों का भी धर्म परिवर्तन कराया है. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने स्कूल के प्रोग्राम मैनेजर से बात की तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया.
स्कूल के प्रोग्राम मैनेजर मनीष ने कहा "यहां पर ऐसी कोई जानकारी नहीं है, आज ही पता चला आप लोगों के माध्यम से.. यहां से बच्चे पढ़ जाते हैं और मूक बधिर बच्चे पढ़ते हैं. यहां इस तरह से कोई सवाल ही नहीं है. क्योंकि यहां हमारे टीचर या फाउंडर यो जो भी हैं, उनके संज्ञान में आएगा तो ऐसे लोगों को रखने और पढ़ाने का सवाल ही नहीं है. ऐसे बच्चे पढ़ के हमारे यहां से जाते हैं. कौन कैसे इनके कनेक्ट में आए...जब मामले की जांच होगी तो पता चल पाएगा कि कौन लोग हैं".
क्या है मामला
UP ATS ने दिल्ली के जामिया नगर से जहांगीर और उमर गौतम नाम के दो ऐसे अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने नोएडा-NCR में धर्मांतरण कराने में बड़ी भूमिका निभाई है. आरोपियों से पूछताछ के दौरान इसमें इस्लामिक दावा सेंटर नाम की संस्था का नाम सामने आया है, जिसका संचालन उमर गौतम कर रहा था. दोनों आरोपियों का संबंध नोएडा के सेक्टर 117 स्थित नोएडा डेफ सोसायटी से तार जुड़े हुए हैं क्योंकि लखनऊ ATS को पूछताछ में जानकारी मिली कि यहां के भी बच्चों का धर्म परिवर्तन कराया गया है. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने संस्था से संपर्क किया है.
मनीष का कहना है, बिल्कुल भी नहीं, ऐसे लोग हमारे संपर्क में आ ही नहीं सकते. ये एज ग्रुप 25 या यंग बच्चों के लिए है. ये किसके संपर्क में आए, इसकी भी जानकारी हमें अभी नहीं है. हम तो ऐसा कुछ होगा तो हम लोग भी चाहेंगे कि जो गलत कर रहे हैं, उन्हें पकड़ा जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई और सजा हो. पुलिस की जांच में पूरा सहयोग किया जा रहा है. हमारी सोसायटी से बहुत से बच्चे पढ़ के जाते हैं. कौन बच्चे हैं, जो इनके संपर्क में आए हैं या कैसे इन लोगों ने किया है. वो जांच में स्पष्ट हो जाएगा."
पूछताछ कर रही पुलिस
फिलहाल नोएडा पुलिस स्कूल पहुंचकर वहां के मैनेजमेंट और कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है. हालांकि अभी तक मूक बधिर स्कूल से पुलिस को कोई ऐसा सबूत नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो सके कि यहां के बच्चों का धर्म परिवर्तन कराया गया है.