नई दिल्लीःकोरोना की दूसरी लहर का असर कम होने के बीच तीसरी लहर (Corona 3rd wave) को लेकर चिंता जताई जा रही है और इस लहर में बच्चों को अधिक खतरा होने की बात की जा रही है. वहीं प्रशासन से लेकर सभी अस्पताल अपनी-अपनी तैयारियां कर रहे हैं. वहीं कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए क्या कुछ सावधानियां है, इसे लेकर ईटीवी भारत ने सर गंगाराम अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. धीरेन से बात की.
युवा और बच्चे हो सकते हैं प्रभावित
डॉ. धीरेन (Dr. Dhiren) ने बताया कि अभी दूसरी लहर पूरी तरीके से खत्म नहीं हुई है और ऐसे में तीसरी लहर को लेकर यह कह पाना थोड़ा मुश्किल है कि इसका असर बच्चों पर ज्यादा होगा या फिर युवाओं पर.
डॉक्टर ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का असर युवाओं और बच्चों दोनों पर पड़ेगा. हालांकि यह जरूर है कि पिछले 2 साल के मुकाबले तीसरी लहर के दौरान बच्चे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं.
जल्दी कर सकते हैं रिकवर
डॉक्टर ने कहा क्योंकि बच्चों की इम्यूनिटी अच्छी होती है, वह किसी भी बीमारी से जल्दी रिकवर कर सकते हैं. ऐसे में यदि बच्चों में इस संक्रमण का असर होता है तो वह जल्दी ठीक भी हो जाएंगे. लेकिन चिंता उन लोगों के लिए है जो लोग घर पर रहते हैं.
बड़े-बुजुर्ग घर पर होते हैं, क्योंकि बच्चे यदि संक्रमित होते हैं तो वो घर पर संक्रमण लेकर आएंगे, जिससे अन्य लोगों को खतरा हो सकता है. ध्यान रखने की जरूरत है कि बड़े अपना वैक्सीनेशन कराएं और खुद को सबसे पहले सुरक्षित करें, तभी बच्चों को भी सुरक्षित किया जा सकता है.
मास्क पहनना बहुत जरूरी
डॉ. धीरेन ने बताया कि कोरोना से बच्चों को बचाने के लिए 5 साल से अधिक उम्र के बच्चों को मास्क पहनना सिखाएं, उनको कोरोना एप्रोप्रियेट बिहेवियर के बारे में बताएं. इसके साथ ही अपना वैक्सीनेशन जरूर करवाएं और बच्चों के लिए वैक्सीनेशन कि जैसे ही अनुमति मिलती है बच्चों का वैक्सीनेशन भी जरूर कराएं.