नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस में कार्यरत 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को अब उनकी मनचाही पोस्टिंग मिलेगी. पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने इसको लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं. जिन पुलिसकर्मियों को यह मनचाही पोस्टिंग मिलेगी, उसमें सिपाही से लेकर सब इंस्पेक्टर तक को शामिल किया गया है. इसके लिए पुलिसकर्मियों को मोबाइल पर मैसेज भेजकर ट्रायल भी शुरू किया जा चुका है.
हालांकि इससे पहले सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने एक बार यह सिस्टम लागू किया था. उन्होंने यह निर्देश दिए थे कि पुलिसकर्मियों को उनके घर के आसपास के थानों एवं दफ्तर में तैनात किया जाए ताकि उन्हें रोजाना घंटों का सफर न करना पड़े. दिल्ली एक ऐसा शहर है, जहां एक जगह से दूसरी जगह जाने में कई बार डेढ़ से 2 घंटे तक लग जाते हैं. ऐसे में उन्होंने इसकी पहल की थी कि पुलिसकर्मियों को उनके घर के पास पोस्टिंग मिलनी चाहिए. लेकिन धीरे-धीरे यह सिस्टम खत्म हो गया था और अभी के समय में हजारों पुलिसकर्मी दूर-दूर के थानों में ड्यूटी दे रहे हैं.
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जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस में एक जिला में 6 साल तक किसी भी पुलिसकर्मी को पोस्टिंग मिलती है. इसके बाद उसे दूसरे जिला में ट्रांसफर कर दिया जाता है. अभी के समय में दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की तरफ से यह निर्देश दिए गए हैं कि जब भी किसी पुलिसकर्मी को अगली जगह पोस्टिंग की जाए तो उसकी उम्र का ध्यान रखा जाए. 50 से ज्यादा उम्र के पुलिसकर्मियों से यह पूछा जाए कि वह अपनी मर्जी की 5 पोस्टिंग दें. इनमें से उस जगह पर उन्हें पोस्टिंग दी जाए, जहां पर आसानी से उन्हें भेजा जा सकता है. इससे वह बेहतर ढंग से काम कर सकेंगे. उम्र के इस पड़ाव में वरिष्ठ पुलिसकर्मियों के अनुभव का इस तरह बेहतर लाभ मिल सकता है.दिल्ली पुलिस के पूर्व एसीपी वेद भूषण ने भी पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना द्वारा उठाए गए इस कदम को बेहतर बताया है. उनका कहना है इससे उन पुलिसकर्मियों को सबसे बड़ा फायदा होगा, जिन्हें रोजाना 3 से 4 घंटे सफर करके अपनी पोस्टिंग वाली जगह पर जाना पड़ता है. ऐसे पुलिसकर्मी अपने घर के पास अब ड्यूटी ले सकेंगे. इससे वह न केवल अपने परिवार को बेहतर समय दे सकेंगे बल्कि अपनी पोस्टिंग वाली जगह पर भी अच्छे से काम कर सकेंगे. इससे उनके काम में भी काफी सुधार आएगा और वह बेहतर ढंग से जनता के लिए काम कर सकेंगे. खासतौर से इस उम्र के लोगों के लिए कई घंटे का रोजाना सफर करना बेहद तकलीफ देय होता है. पुलिस कमिश्नर के इस फैसले से ऐसे हजारों पुलिसकर्मियों को अब राहत मिलेगी. ये भी पढ़ें-महाराष्ट्र ATS- मुंबई पुलिस ने आतंकी मॉड्यूल से जुड़े एक संदिग्ध आतंकी को हिरासत में लिया
पूर्व एसीपी वेद भूषण ने बताया कि पुलिस कमिश्नर के इस फैसले से दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जो पुलिसकर्मी फील्ड में काम नहीं करना चाहते, वह दफ्तर, पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, सिक्योरिटी आदि जगह पर पोस्टिंग ले सकेंगे. ऐसा देखा गया है कि 50 की उम्र के बाद बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी शारीरिक रूप से कमजोर हो चुके होते हैं और वह फील्ड में नौकरी नहीं करना चाहते. लेकिन अभी के समय में उन्हें ऐसी सुविधा नहीं है कि वह फील्ड की जॉब को छोड़ सकें. पुलिस कमिश्नर के इस फैसले से अब वह दूसरी जगह जा सकेंगे और उनकी जगह युवा फील्ड में काम करने के लिए आ सकेंगे. इससे जनता को भी बड़ी राहत मिलेगी.