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Delhi University: शताब्दी समारोह शामिल होंगे पीएम मोदी, जानिए डीयू के अब तक के इतिहास के बारे में

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Published : Jun 21, 2023, 2:56 PM IST

डीयू के स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो गए हैं. इस उपलक्ष्य में 30 जून को आयोजित शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पीएम मोदी शामिल होंगे. पिछले साल इसकी विधिवत शुभारंभ तत्कालीन उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने की थी.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 जून को दिल्ली यूनिवर्सिटी में होंगे. मोदी यहां डीयू के 100 वर्ष पूरे होने पर चल रहे शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. यह समारोह डीयू के 100 वर्ष पूरे होने पर 1 मई 2022 को शुरू किया गया था. इसमें तत्कालीन उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. एक साल तक इस समारोह के तहत डीयू की ओर से कई कार्यक्रम किए गए हैं. अब डीयू की ओर से शताब्दी समारोह का समापन समारोह 30 जून को किया जाएगा. दिल्ली यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 जून को होने वाले शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी कार्यक्रम में शामिल होंगे.

एक मई को डीयू की हुई स्थापनाःदिल्ली यूनिवर्सिटी अपने 100 साल पूरे करने के उपलक्ष्य में शताब्दी समारोह मना रहा है. डीयू की स्थापना 1 मई 1922 को हुई थी. एक मई 2022 को अपने 100 साल पूरे कर लिए. डीयू में मौजूदा समय में कुलपति प्रो योगेश सिंह हैं. वहीं, जब डीयू की स्थापना 1922 में की गई तो सिर्फ तीन कॉलेज के साथ इसकी शुरुआत हुई. तब से लेकर आज भी छात्रों की पहली पसंद डीयू ही हैं. हालांकि, अब कॉलेज की संख्या अधिक है, लेकिन आज से ठीक 100 साल पहले छात्र हिंदू कॉलेज, सेंट स्टीफंस कॉलेज और रामजस कॉलेज में ही दाखिला लेते थे.

पिछले साल 1 मई को तत्कालीन उपराष्ट्रपति ने समारोह का किया था शुभारंभ

डीयू से मिली जानकारी के अनुसार, 1 मई, 1922 को 750 विद्यार्थियों और मात्र तीन महाविद्यालयों से प्रारंभ हुआ यह विश्वविद्यालय देश-दुनिया का प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय बन गया है. आज डीयू में 6 लाख से अधिक छात्र, 91 कॉलेज, 16 फैकल्टी और हजारों शिक्षक हैं. 40 हजार के बजट से शुरू हुई यह यूनिवर्सिटी आज 838 करोड़ से ज्यादा के बजट तक पहुंच चुकी है. डीयू के स्थापना के दौरान आठ विभाग और दो फैकल्टी हुआ करते थे.

शताब्दी समारोह में आयोजित हुए कार्यक्रम डीयू के 100 वर्ष पूरे होने पर शुरू हुए शताब्दी समारोह में दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा शताब्दी वर्ष में तैयार किए गए पहले ऐतिहासिक पंचांग का लोकार्पण किया गया. समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए आर.एस.एस के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल ने कहा कि सूर्यग्रहण और ज्वार-भाटा जैसी घटनाएं जॉर्जियन कैलेंडर के हिसाब से नहीं होती, बल्कि ये घटनाएं पंचांग में पहले से ही वर्णित होती है. वहीं शताब्दी समारोह में दिल्ली विश्वविद्यालय की कल्चर काउंसिल द्वारा शताब्दी वर्ष समारोह के तत्वावधान में जादू के शो का आयोजन किया गया.

कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि शताब्दी वर्ष समारोह का यह साल बहुत जीवंत रहा है. उन्होंने जादू को विज्ञान और कला का महान संगम बताते हुए कहा कि आज के विज्ञान और तकनीक के दौर में अंधविश्वास के प्रति जादू के माध्यम से वैज्ञानिक तर्क देकर जागरूक करना बहुत जरूरी है. कार्यक्रम की अगली कड़ी में डीयू में सेंटेनरी क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया. यह मैच वाइस चांसलर इलेवन और अलुमनी इलेवन के बीच हुआ. 99वां दीक्षांत समारोह मनाया गया. 840 छात्रों को पीएचडी की डिग्री दी गई. इस दौरान चाणक्य नाटक का मंचन किया गया. रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया. इसके साथ कई कार्यक्रम किए गए.

शताब्दी समारोह में क्या बोले थे पूर्व राष्ट्रपतिःएक मई 2022 को डीयू के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर तत्कालीन उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने कहा था कि हमारा देश के युवा में वह शक्ति है जिससे हमारा देश निरंतर आगे बढ़ता ही रहेगा. उन्होंने कहा कि आज हमें इस पर जोर देना चाहिए कि बच्चे जब अपनी शिक्षा लेना शुरू करे तो वह उनकी मातृभाषा में हो. और इस ओर हमें बढ़ना ही होगा.

डीयू शताब्दी समारोह

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