नई दिल्ली: फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स की ओर से आयोजित दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस की शुरुआत शुक्रवार को हुई. उद्धाटन केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने किया. इस वर्ष सम्मेलन की थीम "2047 में भारत: राष्ट्र निर्माण में प्रकाशन की भूमिका" है. सम्मेलन देश के भविष्य को तैयार करने में प्रकाशन की महत्वपूर्ण भूमिका का पता लगाने के लिए उद्योग जगत के लीडर्स, इनोवेटर्स और हितधारकों के साथ मंच सांझा करता है.
किताबों को पढ़ने के महत्व पर चर्चा:केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने डिजिटल युग में पढ़ने की आदतों के विकास पर चर्चा की. उन्होंने पारंपरिक पुस्तक पढ़ने से ई-पुस्तकों में संक्रमण की चुनौती को स्वीकार किया. साथ ही फिजिकल कॉपियों से पढ़ने पर जोड़ दिया. स्थानीय भाषाओं में पुस्तकों को डिजिटल बनाने और युवा पीढ़ी के बीच पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने पर सबका ध्यान केंद्रित किया. ईरानी ने पाठकों और प्रकाशकों के बीच सहयोग की आवश्यकता के साथ-साथ व्यक्तिगत विकास में पढ़ने की आवश्यक भूमिका पर भी चर्चा की. किताबों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए प्रकाशन उद्योग को समर्थन देने की सरकार की प्रतिबद्धता पर भी बात की.