नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन कर दिया है. इस कार्यक्रम का कई विपक्षी दलों ने विरोध किया और बहिष्कार किया था. तमिलनाडु के अधीनम संतों ने पूरे विधि-विधान के साथ अनुष्ठान कराया. पूजा में पीएम मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला बैठे थे. धार्मिक अनुष्ठान के बाद अधीनम संतों ने पीएम मोदी को सेंगोल सौंपा, जिसे नए संसद भवन में स्थापित कर दिया गया है. वहीं दूसरे चरण में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के संदेश को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण ने पढ़ा. उसके बाद लोकसभा स्पीकर ने अपनी बात रखी और फिर पीएम मोदी ने नए संसद भवन से पहली बार संबोधित किया.
नई संसद भवन को लेकर दिल्ली के लोगों ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रदीप कुमार ने बताया कि आज भारत के लिए एक गौरव का छन है. इस ऐतिहासिक दिन का हम भी साक्षी बने है. हमने नए संसद भवन को बाहर से देखा है, हालांकि अभी अंदर जाने की एंट्री नहीं है. इस नए संसद भवन की देश ही नहीं पूरे विश्व में चर्चाएं हो रही है. यह आधुनिक भारत का एक नया संसद है और हमें खुशी हो रही है कि ब्रिटिश काल का जो संसद था उसके ही बगल में आधुनिक भारत का नया संसद भवन भारत को मिल गया है.