नई दिल्ली/गाजियाबाद : दिल्ली से सटे गाजियाबाद में लोग कुत्तों के साथ बंदरों के भी आतंक से परेशान हैं. गाजियाबाद के विभिन्न इलाकों में बंदरों का आतंक इस कदर फैला हुआ है कि लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं. बंदरों से बचने के लिए लोगों को घर के खिड़की दरवाजे बंद रखने पड़ते हैं. बच्चे घर से निकाल कर बाहर खेल नहीं पाते हैं. अब विभिन्न सोसायटियों में बंदरों से निजात पाने के लिए लंगूर के कटआउट लगाए जा रहे हैं, जिससे बंदर डरकर भाग जाएं
लोगों को निशाना बना रहे बंदर:गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में बंदरों का आतंक इतना फैला हुआ है कि आए दिन बंदर किसी न किसी को काट रहे हैं. इतना ही नहीं घर का दरवाजा खुला होने पर बंदर घर के अंदर तक आ जाते हैं. ऐसे में घर के अंदर लोग डर जाते हैं. बंदरों से बचने के लिए लोग खिड़की दरवाजे और बालकनी को बंद रखते हैं. बालकनी के गमले व समान बंदर न तोड़ें इसके लिए लोगों ने जाली भी लगवा रखी है
वसुंधरा सेक्टर- 4 के शिव गंगा अपार्टमेंट में रहने वाले विपिन त्यागी का कहना है कि बंदरों का आतंक इतना है कि बच्चें बाहर पार्क में खेलने के लिए भी नहीं जा पाते हैं. जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. बच्चों को स्कूल बस तक छोड़ने जाते वक्त हाथ में डंडा लेकर जाना पड़ता है. हाथ मे खानेपीने का सामान होता है तो छीन कर भाग जाते हैं. वहीं रजनी सिंह का कहना है कि बंदरों का आतंक इतना है कि गली से राहगीर अकेले नहीं जा सकता है. गलियों की दीवार पर बंदर टोलियों के साथ बैठे रहते हैं. सुरक्षा गार्ड को बुलाना पड़ता है.जो बंदरों को भगाते.