दुकानों पर प्रतिबंध पर बोले कोषाध्यक्ष नई दिल्ली:रविवार को होने वाले राहगीरी कार्यक्रम और उसकी वजह से सीपी पर लगने वाले प्रतिबंध का जमकर विरोध हो रहा है. नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन (एनडीटीए) ने राहगीरी के लिए सीपी को बंद करने की कड़ी निंदा की है. एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि हाल ही में जी20 को लेकर 3 दिनों तक बाजार बंद रखा गया था. बाजार बंद करने को राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय गौरव के कारण विधिवत स्वीकार किया गया था. करीब एक सप्ताह की बंदी ने सीपी के बाजार पर भारी वित्तीय प्रभाव डाला था. उसके तुरंत बाद ही इस आंशिक बंद को अब स्वीकार नहीं किया जाएगा.
नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष और एनडीटीए के कार्यकारी सदस्य मनप्रीत सिंह ने कहा कि रविवार को सीपी के सभी रेस्टोरेंट और बाजार खुले रहेंगे. राहगीरी के कारण सीपी की दुकानों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. सीपी में सभी दुकाने और रेस्टोरेंट 11 बजे के बाद खुलते हैं. जो भी रविवार को सीपी में शॉपिंग करने या घूमने आना चाहते हैं, वो आ सकते हैं.
क्या है राहगीरी कार्यक्रम: राहगीरी कार्यक्रम में एनडीएमसी द्वारा बच्चों के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इसमें चित्रकला प्रतियोगिता, साइकिलिंग, स्केटिंग और सांस्कृतिक कार्यकर्मों का आयोजन किया जाता है. वहीं एनडीटीए के महामंत्री विक्रम बधवार ने बताया कि एनडीएनसी द्वारा आयोजित किए जाने वाले राहगीरी कार्यक्रम का कोई निश्चित रविवार नहीं है. जब उनका मन होता है वह तब इसका आयोजन कर लेते हैं. राहगीरी का आयोजन कुछ गैर सरकरी संस्थाओं (एनजीओ) द्वारा एनडीएमसी और डेल्हो पुलिस के साथ मिल कर किया जाता है. जी-20 सम्मलेन के बाद यह पहला रविवार है, जब इसका आयोजन किया जा रहा है. इससे पहले 19 फरवरी को इसका आयोजन किया गया था.
इस वजह से हो रहा है विरोध: एनडीटीए ने कहा कि सप्ताहांत हमारी बिक्री के मुख्य दिन हैं. रविवार की सुबह रेस्टोरेंट में कच्चे माल की आपूर्ति होती है, ताकि दिन में किसी माल की कमी न हो. अगर सुबह 11 बजे तक सड़कें बंद हो जाती हैं, तो यह व्यवसाय को नुकसान पहुंचाएगा. इसके अलावा राहगीरी के कारण ट्रैफिक प्रतिबंधों से उन ग्राहकों के मन में सीपी के बंद होने की धारणा बन जाती है, जो पूरे दिन सीपी में आने से बचते हैं. ट्रैफिक प्रतिबंधों की इस सलाह के कारण भी ग्राहक सीपी में आने से बचते हैं और हमें व्यापार का नुकसान होता है.
ये भी पढ़ें:International Day of Sign Languages: मूक-बधिर बच्चों को मुफ्त पढ़ा रही रिचा वल्लभ खुल्बे, ऐसे बढ़ाती हैं आत्मविश्वास
आती है ये दिक्कतें: कनॉट प्लेस एक व्यावसायिक क्षेत्र है. ये कोई सांस्कृतिक केंद्र, सार्वजनिक पार्क नहीं बल्कि एक बाज़ार स्थान है. एनडीटीए की मांग है कि अधिकारियों से अवकाश की ऐसी सार्वजनिक गतिविधियों को इंडिया गेट, बुद्ध जयंती पार्क या जंतर मंतर जैसे सार्वजनिक स्थानों पर करना चाहिए. रविवार को कनॉट प्लेस के इनर सर्कल में सुबह 7 बजे से 10 बजे तक राहगीरी दिवस का आयोजन किया जाता है. इसमें इनर सर्कल और आउटर सर्कल में आवाजाही प्रभावित होती है. कनॉट प्लेस के आउटर सर्कल पर कहीं भी किसी भी वाहन को रुकने या पार्क करने की अनुमति नहीं होती है. पार्किंग के लिए वाहन चालकों को बाबा खड़क सिंह मार्ग पर डीएलएफ मल्टीलेवल पार्किंग और आउटर सर्किल पार्किंग स्थल पर ही वाहनों को पार्क करने की सुविधा दी जाती है. इस कार्यक्रम में बड़े पैमाने पर लोगों के शामिल होने की उम्मीद होती है. ऐसे में कनॉट प्लेस में कार्यक्रम के दिन आउटर सर्कल पर यातायात जाम हो सकता है. एनडीटीए का कहना है कि आवाजाही प्रभावित होने से रेस्टोरेंट्स और अन्य दुकानों पर जरूरी सामान नहीं आ पाता.
ये भी पढ़ें :Ramesh Bidhuri Remark: 'सार्वजनिक रूप से माफी मांगे PM', बिधूड़ी की अभद्र टिप्पणी पर कांग्रेस का निंदा प्रस्ताव