नई दिल्ली:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाला मामले में ईडी के 5वीं नोटिस को मंत्री आतिशी ने राजनीतिक बताया. उन्होंने कहा कि यह ईडी का नहीं भाजपा का नोटिस है. भाजपा पहले से ही केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाह रही है, ताकि लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोक सकें. आतिशी ने कहा कि भाजपा अपने 10 साल के काम के दम पर चुनाव लड़े ना कि ईडी और सीबीआई के दम पर.
आतिशी ने कहा कि को बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया कह रहे हैं कि नोटिस पर पूछताछ के लिए केजरीवाल ईडी दफ्तर नहीं जा रहे हैं. अब ईडी उन्हें गिरफ्तार करेगी. मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि बीजेपी को कैसे पता चलता है कि ईडी का नोटिस केजरीवाल को गिरफ्तार करने के लिए भेजा जा रहा है. उन्हें इसलिए सब कुछ पता होता है क्योंकि ईडी के नोटिस का स्क्रिप्ट भारतीय जनता पार्टी के हेड क्वार्टर में लिखा जाता है. भाजपा तय करती है किसको नोटिस भेजना है किसको गिरफ्तार करना है. इसके आधार पर ईडी नोटिस भेजती है. और आज केजरीवाल के साथ यही हो रहा है.
आतिशी ने कहा कि दो साल से इस कथित शराब घोटाले की जांच हो रही है. 500 से ज्यादा सीबीआई और ईडी के अफसर जांच कर रहे हैं. लेकिन एक पैसे की भी रिकवरी नहीं कर पाए हैं. 2 साल की जांच के बाद केजरीवाल को नोटिस पर नोटिस भेजा जा रहा है. यह नोटिस गैरकानूनी है. क्योंकि नोटिस में स्पष्ट नहीं है कि मुख्यमंत्री को विटनेस के तौर पर बुलाया जा रहा है या एक्यूज्ड के तौर पर. ऐसा क्या हो गया कि ईडी को 1 महीने के अंदर पांच-पांच नोटिस भेजने पड़े. इसका एक ही मकसद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव का प्रचार करने से रोकना.
आज भारतीय जनता पार्टी विपक्ष के सभी नेताओं को जेल में डालना चाहती है या ईडी और सीबीआई के माध्यम से डरा धमकाकर भाजपा में शामिल कर लेना चाहती है. पिछले 6 महीने में एक के बाद एक विपक्ष के नेताओं को नोटिस भेजे जा रहे हैं उन पर छापे पड़ रहे हैं. जो विपक्ष का नेता डर से भाजपा में शामिल हो जाता है. उसके ईडी और सीबीआई सारे केश बंद कर देती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी 10 साल तक सरकार चलाई है अगर हिम्मत है तो काम के नाम पर वोट मांगो और चुनाव लड़ो.
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