नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के 1731 निजी स्कूलों में 12 जनवरी को नर्सरी दाखिले की पहली सूची जारी होने के बाद अभिभावक अब अपनी पसंद का स्कूल चुनने में लग गए हैं. इन 1731 स्कूलों की एक लाख 30 हजार से अधिक सीटों पर आठ मार्च तक दाखिला प्रक्रिया पूरी होनी है. बता दें कि इन निजी स्कूलों में शिक्षा निदेशालय की तरफ से एक लाख 30 हजार से अधिक सामान्य सीटों के अतिरिक्त 35 हजार से अधिक सीटें आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षित हैं. ईडब्ल्यूएस की सीटों पर दाखिला प्रक्रिया बाद में शुरू होगी.
दिल्ली में नर्सरी, केजी और प्री प्राइमरी कक्षाओं में दाखिले की यह प्रक्रिया दिल्ली में रह रहे लाखों परिवारों के लिए अहम होती है. इसके लिए अभिभावक बच्चों के दाखिला संबंधित दस्तावेज पूरे करने की साल दो साल पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं ताकि जब बच्चा स्कूल जाने लायक हो तो उसका दाखिला कराने में कोई परेशानी ना हो.
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दिल्ली में देश के सभी राज्यों के लोग रहते हैं. ऐसे में जब उन्हें अपने बच्चों का नर्सरी केजी या प्रारंभिक स्तर की कक्षा में दाखिला कराना होता है तो उन्हें अपने स्थानीय निवास से संबंधित प्रमाण पत्र, पते के प्रूफ के रूप में बिजली बिल, गैस कनेक्शन, आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर कार्ड में से कोई एक दस्तावेज देना होता है. दूसरे राज्यों से दिल्ली में निवास करने वाले लोगों के लिए इन दस्तावेजों को पूरा करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है.