नई दिल्लीः नीट-जेईई परीक्षा के खिलाफ नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया की तरफ से शुरू की गई अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल आखिरकार पांचवें दिन खत्म हो गई. एनएसयूआई का आरोप है कि पुलिस ने जबरन हमारा सत्याग्रह खत्म करवा दिया. बता दें कि एनएसयूआई ने नीट-जेईई की एंट्रेंस परीक्षा और छात्रों के सेमेस्टर की फीस माफ करने को लेकर 26 अगस्त से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी.
NEET-JEE के खिलाफ NSUI की भूख हड़ताल खत्म एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहुंचाया गया अस्पताल
एनएसयूआई का आरोप है कि पिछले 98 घंटे से चल रही भूख हड़ताल को शनिवार देर रात पुलिस ने जबरन खत्म करवा दिया. उन्होंने कहा कि इस भूख हड़ताल में एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन, पूर्व डूसू अध्यक्ष कुणाल सरावत समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता अपना समर्थन देने के लिए पहुंचे थे.
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन लगातार भूख हड़ताल पर बैठे हुए थे. शनिवार शाम को उनकी तबीयत खराब हुई, जिसके बाद डॉक्टर को बुलाया गया. डॉक्टर ने उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए कहा था. हालांकि नीरज ने अस्पताल जाने से मना कर दिया था. जिसके बाद पुलिस जबरन उन्हें उठाकर अस्पताल ले गई और एनएसयूआई के तमाम कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन स्थल से जबरन हटा दिया.
नीट-जेईई की परीक्षाओं के खिलाफ शुरू की थी भूख हड़ताल
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि पुलिस सुबह से ही परेशान कर रही थी. भूख हड़ताल तोड़ने पर दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन हमने नीट-जेईई एंट्रेंस परीक्षा को स्थगित करने के लिए भूख हड़ताल जारी रखी हुई थी. हम लगातार शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध जता रहे थे. उन्होंने कहा कि हम आखिरी सांस तक छात्रों के हक के लिए अपनी आवाज उठाते रहेंगे, लेकिन बीजेपी सरकार की तानाशाही नहीं सहेंगे.