नई दिल्ली:मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत यात्रियों की संख्या पर लगी सीमा हटा ली गई है. अभी तक एक विधानसभा क्षेत्र से 1100 यात्री की तीर्थ यात्रा पर जा सकते थे, अब कितने भी बुजुर्ग यात्रा पर जा सकेंगे.
यह फैसला बुजुर्ग यात्रियों के बढ़ते उत्साह को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर लिया गया है.
केवल एक बार योजना का लाभ
सीएम केजरीवाल ने इस योजना के तहत पहली ट्रेन गत 12 जुलाई को सफदरजंग रेलवे स्टेशन से अमृतसर के लिए रवाना की थी. एक व्यक्ति केवल एक बार ही इस योजना का लाभ उठा सकता था. बुजुर्गों की मांग पर दूसरे चरण में अब सरकार ने तिरुपति बालाजी, रामेश्वरम, द्वारकाधीश, शिर्डी की भी यात्रा करा रही है.
इस योजना में सबसे अधिक आवेदन रामेश्वरम के लिए आ रहे हैं. अब से नवंबर को मिलाकर कुल 16 हज़ार बुजुर्ग यात्रा का लाभ ले सकेंगे. नवंबर में 16 ट्रेनें विभिन्न तीर्थ स्थलों के लिए रवाना होंगी. इनमें 29 अक्टूबर को रामेश्वरम के लिए, 30 अक्टूबर को तिरुपति बालाजी की भी यात्रा शामिल है. तिरुपति के लिए पहली बार ट्रेन जा रही है.
1100 वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा
बता दें कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत हर साल प्रत्येक विधानसभा से 1100 वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न तीर्थ यात्रा कराने का निर्णय लिया गया था. इसका सारा खर्च दिल्ली सरकार उठा रही है.
तीर्थ यात्रा पर जाने वाले बुजुर्गों ने केजरीवाल को श्रवण कुमार का उपनाम दिया है. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका यह बेटा कोशिश करेगा कि आपकी जिंदगी में आपको एक तीर्थ यात्रा जरूर करवाऊं.