नई दिल्ली: नॉर्थ एमसीडी के नए मेयर (New Mayor of North MCD) राजा इकबाल सिंह ने मंगलवार को मानसून (monsoon) से पहले निगम के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक के दौरान नॉर्थ एमसीडी की स्थाई समिति अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी प्रमुख निदेशक प्रदीप बंसल भी मौजूद रहे.
बैठक में निगम अधिकारियों ने मेयर को बताया कि निगम ने अपने अंतर्गत आने वाले सभी 192 छोटे नाले, जिनकी गहराई 4 फीट तक है और उनकी लंबाई 1,08,804 मीटर है. सभी की भली-भांति तरीके से सफाई हो गई है और गाद निकालने का कार्य पूरा हो चुका है. इन नालों से 9775.92 मेट्रिक टन गाद निकालकर भलस्वा लैंडफिल साइट पर भेज दिया गया है.
: मानसून को लेकर मेयर ने ली बैठक जिसके बाद मेयर ने बैठक में अधिकारियों को पिछले वर्ष जहां-जहां जलभराव हुआ था. उसकी एक सूची बनाकर उन सभी जगह पर विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं. ताकि दोबारा जलभराव की स्थिति उन स्थानों पर न पैदा हो.
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साथ ही निगम ने जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए अपने सभी छह जोन में नियंत्रण कक्ष बनाए हैं और मुख्यालय स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. निगम के अंतर्गत आने वाले सभी पंपिंग स्टेशन सही तरीके से कार्य कर रहे हैं. जलभराव होने वाले स्थानों पर निगम ने बकायदा छोटे पंपों की व्यवस्था भी की है ताकि जरूरत पड़ने पर इनका प्रयोग किया जा सके.
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बैठक में स्थाई समिति के अध्यक्ष ने बताया कि निगम ने दिल्ली सरकार के सभी विभागों जैसे लोक निर्माण विभाग, डीएसआईडीसी, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली जल बोर्ड को पत्र लिखकर अपने अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नालों से गाद निकालने का अनुरोध किया है. ताकि मानसून (monsoon) के समय में दिल्ली के अंदर जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो और मच्छर जनित बीमारियों के ऊपर भी लगाम लगाई जा सके.
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