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Delhi Pollution: दिल्ली के दो इलाकों में प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में पहुंचा, सांस लेने में हो सकती है परेशानी - implementation of Graded Response Action Plan

दिल्ली में सर्दियों के मौसम में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जाता है. इस कारण राजधानी में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू किया गया है. इसके बावजूद भी प्रदूषण में कमी नहीं आ रही है. दिल्ली के मुंडका का एक्यूआई 342 और शादीपुर 335 दर्ज किया गया.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 6, 2023, 11:13 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) लागू कर दिया गया है. इसके बावजूद भी प्रदूषण के स्तर में गिरावट नहीं आ रही है. शुक्रवार सुबह दिल्ली के दो इलाकों में प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया. चिकित्सकों के मुताबिक प्रदूषण के खतरनाक स्थिति में पहुंचने से लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े देखे थे रविवार सुबह पूरी दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 225 दर्ज किया गया, यह प्रदूषण का खराब अस्तर माना जाता है. वहीं दिल्ली के मुंडका का एक्यूआई 342 और शादीपुर 335 दर्ज किया गया. ये दोनों इलाके दिल्ली में पिछले कई दिनों से सबसे ज्यादा प्रदूषित हैं. लेकिन दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति यहां पर प्रदूषण को नियंत्रित नहीं कर पा रही है. सीनियर चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर केके पांडेय का कहना है कि प्रदूषण के खतरनाक श्री में लंबे समय तक रहने से सांस लेने में परेशानी हो सकती है. ऐसे मरीज जिन्हें अस्थमा है या फेफड़े व हृदय की बीमारी से ग्रसित हैं, उनकी हालत बिगड़ सकती है.

16 स्थान पर खराब श्रेणी में प्रदूषण
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट देखें तो शुक्रवार सुबह दिल्ली में 16 स्थान पर प्रदूषण खराब श्रेणी में रहा. इन इलाकों में एनएसआईटी द्वारका, आरकेपुरम, पंजाबी बाग, नेहरू नगर, द्वारका सेक्टर 8, पटपड़गंज, सोनिया विहार, जहांगीरपुरी, रोहिणी, विवेक विहार, नरेला, वाजिदपुर, बनाना, पूसा, आनंद विहार और न्यू मोती बाग इलाके शामिल है. इन इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से 300 के बीच है.

धूल और धुएं से हो रहा प्रदूषण
दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पर्यावरणविद् डॉ. जितेंद्र नगर का कहना है कि दिल्ली की सड़कों पर वाहनों का दबाव है. सुबह-शाम वाहनों का दबाव बढ़ने पर जाम लगता है. दिल्ली में बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाइयां भी हैं. जगह-जगह कूड़े भी जलाए जाते हैं. इससे उठने वाला धुआं हवा को प्रदूषित करता है. इसके साथ ही जगह-जगह निर्माण कार्यस्थलों से उड़ रही धूल भी हवा को प्रदूषित करती है.

13 हॉटस्पॉट पर लगाए 1315 कर्मचारी
दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के लिए 13 हॉटस्पॉट चिह्नित किए गए हैं, जिनमें आनंद विहार, वजीदपुर , विवेक विहार, जहांगीरपुरी, अशोक विहार, बवाना, रोहणी, नरेला, द्वारका, मुंडका, पंजाबी बाग, आरके पुरम और ओखला फेज- दो इलाके हैं. हॉटस्पॉट पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए 1315 से अधिक कर्मचारी व अधिकारियों को तैनात करने का निर्णय लिया गया है. इसमें 932 अधिकारी और 383 कर्मचारी होंगे प्रत्येक हॉटस्पॉट की निगरानी के लिए क्षेत्रीय उपयुक्त नोडल अधिकारी होंगे किन कर्म से हॉटस्पॉट पर प्रदूषण हो रहा है इस पर काम किया जाएगा.

शुक्रवार को दिल्ली के इलाकों में प्रदूषण की स्थिति

स्थान एक्यूआई
मुंडका 342
शादीपुर 335
आरके पुरम 227
एनएसआईटी 256
पंजाबी बाग 224
द्वारका सेक्टर 8 227
वजीरपुर 259
जहांगीरपुरी 245
न्यू मोती बाग 255
आनंद विहार 223

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