नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय का नाम बदलकर 'प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्कालय' कर दिया है. नाम बदलने को लेकर बवाल मचा हुआ है. केंद्र सरकार के इस कदम पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. कांग्रेस ने इस कदम की तीखी आलोचना की है.
नाम बदलने को लेकर सियासत जारी: नेहरू संग्रहालय का नाम बदलने को लेकर लगातार सियासत जारी है. ऐसे में आम जनता इसको लेकर क्या सोचती है यह जानना बेहद जरूरी है. इसी कड़ी में हमारी टीम ग्राउंड जीरो यानि तीन मूर्ति भवन स्थित नेहरू संग्रहालय पहुंची. लोगों से बातचीत की और उनका इसपर मामले पर राय जाना. लोगों का कहना था कि नाम से कुछ नहीं होता काम होना चाहिए. पीएम संग्रहालय नाम अच्छा है. देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरु जी थे. उनके किसी भी चीज से छेड़छाड़ नहीं की गई है. अंदर सभी प्रधानमंत्रियों के इतिहास को दिखाया गया है. यह सिर्फ एक प्रधानमंत्री का नहीं है, बल्कि जितने भी प्रधानमंत्री आएंगे और जो प्रधानमंत्री रह चुके हैं. सब के बारे में इस संग्रहालय में जानकारी दी गई है.
पर्यटकों की राय:राजस्थान के एक युवक ने बताया कि वह 8 साल पहले भी यहां घूमने के लिए आए थे. लेकिन आज काफी बदलाव देखा गया है. तकनीकी का उपयोग किया गया है. सभी प्रधानमंत्रियों को दर्शाया गया है. कौन कब प्रधानमंत्री रहे हैं. युवक का कहना है कि इसको लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस जो कर रही है, वह गलत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अपना नाम नहीं रखा है.