नई दिल्ली:नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने बुधवार को राजधानी के शहीद भगत सिंह मार्ग स्थित एनडीएमसी चेस्ट और पॉलीक्लिनिक में ''हां, हम टीबी को खत्म कर सकते हैं" की थीम पर विश्व टीबी दिवस मनाया. डॉक्टरों ने कहा कि टीबी का रोगी अब एक वर्जित और सामाजिक अभिशाप नहीं है. इसका यदि निदान प्रारंभिक अवस्था में हो जाता है तो इसका उचित उपचार शीघ्रता से संभव है. मरीजों को बिना किसी व्यक्तिगत झिझक के अपने नजदीकी क्लीनिक में इलाज के लिए आगे आना चाहिए. पश्चिमी देशों में टीबी का पहले ही उन्मूलन किया जा चुका है.
विश्व टीबी दिवस पर कार्यक्रम: पालिका परिषद अध्यक्ष अमित यादव ने टीबी रोगियों को उनके घर पर टीबी किट पहुंचाने में योगदान देने के लिए भारतीय डाक विभाग के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया. एनडीएमसी के अध्यक्ष ने टीबी जागरूकता पर पेंटिंग, पोस्टर, क्विज़, स्लोगन प्रतियोगिता के लिए स्कूल और कॉलेज के छात्रों को भी पुरस्कृत किया. टीबी नियंत्रण कार्यक्रम में असाधारण योगदान के लिए टीबी चैंपियंस, सर्वाइवर्स, ब्रांड एंबेसडर और चेस्ट क्लीनिक के कर्मचारियों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए. इस अवसर पर एनडीएमसी अध्यक्ष ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) दिशा-निर्देशों के साथ 2023 की डायरी का विमोचन भी किया.
डॉ. सीके बख्शी, डीटीओ और सीएमओ एनडीएमसी चेस्ट क्लिनिक ने बताया कि एनडीएमसी चेस्ट क्लिनिक पूरे एनडीएमसी क्षेत्र के साथ-साथ नई दिल्ली राजस्व जिले में राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम का पर्यवेक्षण और कार्यान्वयन करता है. जो 11.4 लाख की स्थिर आबादी और 10-12 लाख आवागमन आबादी को कवर करता है.