नई दिल्ली:बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने किसान आंदोलन पर हमला बोलते हुए कहा कि यह एक विचित्र आंदोलन है, तमाम किसान संगठन उन चीजों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं जो अभी तक लागू ही नहीं हुई है. सुप्रीम कोर्ट ने तीनों कृषि कानूनों पर स्थगन आदेश लगा दिया है. बावजूद इसके किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं और कृषि कानूनों के विरोध में अपना आंदोलन कर रहे हैं.
किसान आंदोलन को लेकर सुधांशु त्रिवेदी का निशाना 'उपद्रव की किसी नेता ने नहीं ली जिम्मेदारी'
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह बेहद ही विचित्र बात है कि जो कानून क्रियान्वयन में ही नहीं है, किसान उनको लेकर अपना विरोध जता रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का कोई भी नेता नहीं है सभी संगठन कहते हैं कि हम मिलकर फैसला लेते हैं, लेकिन जब 26 जनवरी को किसान रैली के दौरान उपद्रव हुआ तो कोई भी नेता सामने नहीं आया, बल्कि किसान संगठनों की तरफ से कहा गया कि जिन लोगों ने उपद्रव मचाया वह किसान ही नहीं हैं.
सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर बोला हमला
इतना ही नहीं इस दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर भी हमला बोलते हुए कहा कि कृषि कानून को लेकर जो कृषि विशेषज्ञ कह रहे हैं किसानों को उस पर विश्वास नहीं है, लेकिन जो लोग विदेशों में खाना खाते हैं, उनकी बातों पर यकीन है. उन्होंने कहा कि जो लोग कृषि कानूनों के विरोध में दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर की बात कर रहे थे वह किसी भी राज्य में 3 घंटे तक चक्काजाम तक नहीं करवा पाए. इससे यह साफ है कि किस तरीके से किसानों का उन्हें समर्थन मिल रहा है.
ये भी पढ़ें:-संपत्ति विवाद पर बोले राकेश टिकैत- 'देश के किसानों की सारी संपत्ति हमारी है'
कृषि कानूनों को लेकर जागरूकता
बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि हमारी तरफ से अलग-अलग राज्यों में जन जागरण किए जा रहे हैं. कृषि कानूनों को लेकर जो भ्रम की राजनीति की जा रही है. उसे दूर करने के लिए बीजेपी की तरफ से जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं और किसानों को कृषि कानूनों को लेकर जागरूक किया जा रहा है. बता दें सुधांशु त्रिवेदी दिल्ली बीजेपी द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर यह टिप्पणी की.