नई दिल्ली:लगभग दो साल के लंबे अंतराल के बाद वैश्विक महामारी कोरोना के मामलों में कमी आने और हालात धीरे-धीरे सामान्य होने के बाद इस साल पूरे देश समेत राजधानी दिल्ली में त्योहारों के अवसर पर हर्षोल्लास के साथ उत्साह का माहौल (movement increased in bullion market) देखा जा रहा है. बाजारों में भी इस साल बीते 2 सालों के मुकाबले ग्राहकों की चहल-पहल बढ़ने के साथ लोग जमकर खरीददारी भी कर रहे हैं. इस मौके को भुनाने के लिए सर्राफा बाजार ने भी पूरे इंतजाम कर लिए हैं. त्योहार के सीजन में दिल्ली के सर्राफा बाजार के कारोबारियों की उम्मीदें भी कई गुना बढ़ गई हैं क्योंकि इस साल करवाचौथ पर 3000 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था.
दिल्ली के सबसे बड़े सर्राफा बाजार कूंचा महाजनी में धनतेरस के त्यौहार को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इस बार सर्राफा कारोबारियों ने अलग-अलग रेट ओर वजन की कैटेगरी में 300 से 400 प्रकार के आभूषण लाए गए हैं. दिल्ली के सबसे मशहूर सर्राफा बाजार कूंचा महाजनी के अध्यक्ष योगेश सिंघल ने बातचीत के दौरान बताया कि इस बार धनतेरस के अवसर पर बाजार में बीते 2 सालों के मुकाबले ग्राहकों की संख्या ना सिर्फ बढ़ी है बल्कि लोगों के अंदर उत्साह भी देखा जा रहा है. 2 साल के बाद लोग खुलकर खरीददारी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि धनतेरस के त्योहार के अवसर पर प्रमुख तौर पर सोने एवं चांदी के लक्ष्मी गणेश और सिक्कों की बिक्री सबसे ज्यादा अधिक होती है. हालांकि इस बार लोग सोने की चैन, नेकलेस एवं अन्य चीजें भी खरीद रहे हैं.
भारतीय परंपरा के अनुसार, धनतेरस के त्योहार पर सोने और चांदी की खरीददारी को शुभ माना गया है. बड़ी संख्या में लोगों द्वारा पहले से ही आर्डर और प्री बुकिंग की जा चुकी है, जिसकी डिलीवरी धनतेरस से लेकर दिवाली तक होनी है. योगेश सिंघल की मानें तो इस बार बाजार के माहौल को लेकर व्यापारियों में भी भारी उत्साह है. उनका मानना है कि अगर इस साल सब कुछ ठीक रहा तो बीते दो साल से चल रही मंदी का दौर न सिर्फ खत्म होगा बल्कि, व्यापारी भी काफी हद तक उबर पाएंगे.