नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर के घरों में किए गए एक सर्वे में 45 प्रतिशत घरों में एक या एक से अधिक कोरोना जैसे लक्षणों से ग्रसित मिले हैं. लोगों में इन लक्षणों का पहला कारण कोरोना के नए वैरिएंट का अधिक संक्रामक होना बताया गया है. साथ ही लोगों द्वारा कोरोना से बचाव के नियमों का पालन नहीं करना दूसरा कारण बताया गया है. यह सर्वे कम्युनिटी सोशल मीडिया प्लेटफार्म लोकल सर्किल द्वारा एक अप्रैल से 16 अप्रैल के बीच किया गया है. सर्वे के दौरान लोगों से फोन पर बातचीत करके किए सवालों और उनसे मिले जवाब के आधार पर किया गया है.
सर्वे में 19 हजार लोगों की ली गई प्रतिक्रिया:सर्वे में दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद के 19 हजार लोगों की प्रतिक्रिया ली गई. जिनमें से 9793 लोगों ने बताया कि उनके घर में एक से अधिक लोग कोरोना के लक्षणों से पीड़ित हैं. इनमें से 67 प्रतिशत पुरुष और 33 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं. सर्वे में लक्षणों से पीड़ित लोगों ने बताया है कि अपने घर में ही आइसोलेट होकर इलाज के लिए पैरासिटामोल, कफ सिरप और भाप का इस्तेमाल कर उपचार कर रहे हैं. इन 45 प्रतिशत घरों में से 18 प्रतिशत में चार या चार से अधिक लोग, 18 प्रतिशत में घरों में दो से तीन लोग, नौ प्रतिशत घरों में एक व्यक्ति कोरोना के लक्षणों से ग्रसित पाया गया है. इन लोगों को बुखार, नाक बहना, कफ, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द, शरीर में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, गुलाबी आंखें होने जैसे लक्षण मिले हैं.