नई दिल्ली: कोरोना के मद्देनजर दिल्ली की स्थिति लगातार गम्भीर होती जा रही है. हर कुछ दिन बाद रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं. बीते 7 दिनों में ही राजधानी में कोरोना 4 बार रिकॉर्ड तोड़ चुका है, वहीं इस दौरान 50 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ चुके हैं. ऐसा पहली बार हुआ है कि दिल्ली में एक हफ्ते के दौरान 50 हजार कोरोना केस सामने आए हों.
एक हफ्ते के दौरान 50 हजार कोरोना केस आए सामने 2 मार्च को आया था पहला केस
इससे पहले, अक्टूबर के महीने में कोरोना ने 15 दिन में 50 हजार के आंकड़े को छुआ था, लेकिन कोरोना की वर्तमान रफ्तार ने उससे आधे समय में ही इस आंकड़ों को पार कर लिया. आपको बता दें कि दिल्ली में पहले 50 हजार के आंकड़े तक पहुंचने में कोरोना को साढ़े तीन महीने से ज्यादा का समय लगा था. दिल्ली में कोरोना का पहला मामला 2 मार्च को सामने आया था और 19 जून को यह 53,116 पर पहुंचा था.
जून में आया था पहला पीक
जून के दूसरे हफ्ते से दिल्ली में कोरोना की रफ्तार बढ़नी शुरू हुई थी. यही वो समय था, जब दिल्ली में कोरोना का पहला पीक आया और इसका असर यह हुआ कि महज 17 दिनों में ही कोरोना पहले 50 हजार से पहले एक लाख तक पहुंच गया. 6 जुलाई को कोरोना के आंकड़े 1,00,823 हो गए थे. लेकिन इसके बाद कोरोना की रफ्तार कुछ कम हुई और 14 अगस्त को कोरोना 1,50,652 पर पहुंचा.
26 दिन में हुआ था दो से ढाई लाख
इसके बाद दिल्ली में कोरोना को डेढ़ से 2 लाख तक पहुंचने में 26 दिन, लेकिन 2 से ढाई लाख तक पहुंचने में महज 16 दिन लगे. इतने ही दिनों में कोरोना 3 लाख के आंकड़े को पार कर गया और फिर इत्तेफाक यह कि 3 से साढ़े 3 लाख तक पहुंचने में भी कोरोना को 16 दिन ही लगे. लेकिन 24 अक्टूबर को आए 3,52,520 केस 3 नवम्बर को ही बढ़कर 4,03,096 हो गए.
7 दिन में 4 बार टूटा रिकॉर्ड
यानी महज 13 दिनों में ही कोरोना साढ़े 3 लाख से 4 लाख तक पहुंच गया. लेकिन इसके बाद की रफ्तार ने दिल्ली में कोरोना का अब तक का रिकॉर्ड तोड़ दिया. 3 नवम्बर को दिल्ली में तब तक के सबसे ज्यादा केस आए थे, जो 6652 थे. लेकिन उसके बाद के 7 दिनों में ही 4 दिन में लगातार कोरोना ने रिकॉर्ड तोड़ा है और बीते दिन ये मामले 7830 पर पहुंच गए.
इसलिए बढ़ रहे केस
इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में कोरोना का कुल आंकड़ा 4,51,382 हो गया है. यानी बीते 7 दिनों में ही करीब 50 हजार केस आ चुके हैं. कोरोना के इन बढ़ते आंकड़ों को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि इन दिनों ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं. एक दिन में 59 हजार टेस्ट हुए हैं, जबकि पहले और दूसरे पीक के समय टेस्टिंग का आंकड़ा 17-18 हजार था. स्वास्थ्य मंत्री का मानना है कि तीन गुना ज्यादा टेस्टिंग के कारण इतने ज्यादा केस आ रहे हैं.