नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में 1 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूल हैंं, इन स्कूलों में शिक्षकों की काफी कमी है. यहां विभिन्न पदों के लिए 16 हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली हैं. इसके बावजूद शिक्षकों के पद नहीं भरे गए हैं, जिसके चलते गेस्ट टीचरों पर लगातार बोझ बढ़ता जा रहा है. शिक्षा विभाग के अनुसार दिल्ली में शिक्षकों के 53 हजार 933 पद स्वीकृत हैं, लेकिन एक मार्च 2023 तक 37 हजार 387 पद ही भरे गए हैं, जबकि 16 हजार 546 शिक्षकों के पद अभी खाली हैं. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जल्द ही इन पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी. हालांकि, ऐसा नहीं है कि पद खाली रहने की वजह से छात्रों की पढ़ाई में बांधा पड़ रही है. खाली पदों पर गेस्ट टीचरों की बहाली की गई है.
टीजीटी के 10 हजार से ज्यादा पद खाली:शिक्षा विभाग अनुसार, असिस्टेंट प्राइमरी टीचर के 4061 पद स्वीकृत हैं, जिसमें 2982 पद भरे गए हैं, जबकि 1079 पद खाली हैं. असिस्टेंट टीचर प्राइमरी के लिए 925 पद स्वीकृत हैं जिसमें 772 पद भरे गए और 153 पद खाली हैं. ट्रैंड ग्रैजुएट टीचर (टीजीटी) के 34107 पद स्वीकृत हैं जिसमें 23151 पद भरे गए और 10956 पद खाली हैं. टीजीटी स्पेशल एजुकेशन के 1757 पद स्वीकृत है, जिसमें 806 पद भरे गए और 951 शिक्षकों के पद खाली हैं. कंप्यूटर टीचर के लिए 2036 कुल पदों में से 1660 पद भरे गए हैं, जबकि 376 पद खाली हैं.