नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने विशेष उल्लेख नियम 280 के तहत अपनी-अपनी विधानसभा की समस्या रखी. इस दौरान सदन में दिल्ली के तमाम विधायकों के अपने-अपने क्षेत्रों का मुद्दा विधानसभा अध्यक्ष के सामने उठाया. ऐसे में आइए जानते हैं कि दिल्ली के विधायकों ने सदन में कौन-कौन से मुद्दे को उठाया है.
MLAs of Delhi: दिल्ली के विधायकों ने नियम 280 के तहत सदन में बताई इलाके की समस्याएं
दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने विशेष उल्लेख नियम 280 के तहत अपनी-अपनी समस्याओं को विधानसभा में रखी.
दिल्ली विधानसभा
विधायकों ने सदन में कौन-कौन से मुद्दे को उठाया:
- गांधीनगर विधानसभा से भाजपा विधायक अनिल वाजपेई ने अपनी विधानसभा में अवैध अतिक्रमण का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा वैध रूप से पार्किंग की सुविधा नहीं है, एमसीडी प्रति घंटे के हिसाब से लाखों रुपए की वसूली कर रही है, गांधी नगर, शास्त्री नगर में एमसीडी अधिकारियों की मिलीभगत से यह सब अंजाम दिया जा रहा है.
- करावल नगर से विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि दिल्ली शहरी विकास बोर्ड के लिए दिल्ली सरकार की ओर से बजट में एक नया पैसा नहीं दिया गया है. जिसकी वजह से विधानसभा के लोग नारकीय जीवन जीवन जी रहे हैं. उन्होंने बजट उपलब्ध कराए जाने का अनुरोध किया है.
- गोकुलपुरी से विधायक सुरेंद्र कुमार ने कहा कि मेरी विधानसभा में किसी दिन पानी मिलता है, किसी दिन नहीं मिलता है. 15 ऐसी कॉलोनी जहां पानी नहीं मिलता है. इस पर सराकर के द्वारा कभी भी संज्ञान नहीं लिया गया. पानी की सुविधा विधानसभा में की जाए नहीं तो गर्मी में त्राहि-त्राहि मच जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कई गांव में सीवर नहीं डाले गए हैं.
- विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने सत्ता पक्ष के चार विधायकों की अनुपस्थिति पर सवाल किया. साथ ही चेतवानी दी कि जब 280 के तहत उन्हें सदन पटल पर अपनी बात रखनी थी तो वह गायब क्यों हैं, इसे भविष्य में गंभीरता से लिया जाएगा.
- विधानसभा प्रतिपक्ष नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने विधानसभा में यमुना की सफाई का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि यमुना नदी में साल दर साल प्रदूषण तेजी से बढ़ रही है और यही पानी दिल्ली को मिलता है. दिल्ली सरकार के 8 साल के शासन में यमुना में प्रदूषण दोगुना हो गया है. स्थिति यह है कि यमुना का पानी पीने के लिए तो दूर नहाने के लिए भी गंदा है. यमुना में 80 फीसदी प्रदूषण के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है. संसद में भी इसकी चिंता जताई गई है.
- विश्वास नगर से भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने विधानसभा में स्कूल का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि जोशी कॉलोनी में 5 साल पहले स्कूल की एक इमारत बनाई गई. असमाजिक तत्व उसके समान चोरी कर ले गए. ऐसे में अभी तक छात्रों के लिए स्कूल नहीं खोला गया, जिससे बच्चो को दूर दराज के स्कूल जाना पड़ता है. डीएम की मीटिंग में यह मुद्दा उठाया गया, लेकिन अब तक पूरा प्रशासन सोया हुआ है.
- जीतेंद्र महाजन ने ट्रांसपोर्ट का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि लोनी रोड पर 273 नंबर की बस सेवा को छोड़ कोई बस नहीं चलती है, जिससे इलाके के लोगों को बहुत समस्या हो रही है.
- सीलमपुर से विधायक हाजी युनुस ने नशे का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा मेरी विधानसभा में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. हालांकि पूरी दिल्ली की विधानसभा में यह हालात बन गए हैं. विपक्ष के नेता ने भी कई बार इस मुद्दे को उठाया, लेकिन पुलिस की मिलीभगत से नशे का कारोबार चल रहा है. पूर्व शिक्षा मंत्री बच्चों का भविष्य बनाने में लगे थे, वहीं दूसरी ओर नशे के कारोबारी के द्वारा बच्चों का भविष्य खराब किया जा रहा है.
- भाजपा विधायक अभय वर्मा ने सरकार पर यमुना पार के लोगों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि सरकार यमुना विकास बोर्ड के लिए फंड जारी करे.
- विधायक भूपिंदर सिंह ने अपनी विधानसभा में आवारा कुत्तों का मुद्दा उठाया गया.
- विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने 12 हजार बुजुर्ग के पेंशन का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि पेंशन से संबंधित फाइल डीटीसी से ओके होने के बाद भी फाइनेंस विभाग ने फाइल को रोक रखा है.
- विधायक प्रवीण कुमार ने मोदी अडानी का घोटाला उठाया. भाजपा नेताओं ने इसका विरोध किया. आप नेता ने कहा गौतम गंभीर का ऑडियो वायरल है, उन्होंने निगम पार्षद से पैसे खाए. सदन में आप विधायक ऑडियो सुनाना चाहते थे, उसे विधानसभा अध्यक्ष ने सुनने से मना कर दिया. वहीं इस दौरान भाजपा विधायक हंगामा करने लगे, जिसके बाद सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई.
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