नई दिल्ली :दिल्ली शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी स्कूलों में शनिवार को मेगा पीटीएम का आयोजन किया गया. इस दौरान शिक्षकों के साथ- साथ एसएमसी सदस्य भी इस मीटिंग में शामिल हुए.
सिसोदिया ने लिया मेगा पीटीएम का जायजा वहीं इस दौरान शिक्षकों ने अर्द्ध वार्षिक परीक्षा के परिणाम को लेकर अभिभावकों से बात की. साथ ही आगामी परीक्षा परिणाम को बेहतर बनाने को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की. इसके अलावा इस मेगा पीटीएम के दौरान लाइब्रेरी मेला भी आयोजित किया गया था. वहीं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने सर्वोदय कन्या विद्यालय जहांगीरपुरी के स्कूल का दौरा कर मेगा पीटीएम का जायजा लिया.
छात्राओं से बातचीत करते हुए मनीष सिसोदिया 'लाइब्रेरी मेला' का आयोजन
इस मौके पर बड़ी संख्या में अभिभावकों का जमावड़ा स्कूल की लाइब्रेरी में देखने को मिला. बता दें कि इस दौरान लाइब्रेरी में कई रोचक किताबें रखी गईं थीं. साथ ही अभिभावकों को भी यहां आमंत्रित किया गया था. जिससे उन्हें पठन का महत्व समझाया जा सके. वहीं अभिभावकों को बताया गया कि किताबें ज्ञान का भंडार होती है. जिससे वो अपने बच्चों को भी किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित कर सकें.
अभिभावक ने शिक्षकों को दिया श्रेय
वहीं पेरेंट्स मीटिंग में आए एक अभिभावक ने कहा कि सरकारी स्कूलों की तो जैसे काया ही पलट हो गई है. उन्होंने कहा कि उनका छात्र विज्ञान और गणित में पहले कम अंक लाता था. लेकिन अर्धवार्षिक परीक्षा में संतोषजनक परीक्षा परिणाम लेकर आया है और उन्हें उम्मीद है कि जिस तरह से छात्रों को अतिरिक्त कक्षाएं दी जा रही हैं. उस हिसाब से वो जल्द ही अच्छे नंबरों के साथ परीक्षा पास कर लेगा. उन्होंने अपने बच्चे में आए इस परिवर्तन का श्रेय शिक्षकों को दिया.
वहीं एक अन्य अभिभावक ने लाइब्रेरी मेला आयोजन की सराहना की और कहा कि लाइब्रेरी मेला पढ़ाई के प्रति बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए एक अच्छी पहल है. अभिभावक ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल में और भी कई बातें बताई जा रही है. जैसे की दिवाली पटाखों का इस्तेमाल ना किया जाए. उन्होंने कहा कि जहां पिछले साल तक बच्चे पटाखों के लिए जिद करते थे. वहीं शिक्षकों की बात मानकर छात्र वातावरण संरक्षण की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं और पटाखे ना जलाने की बात कर रहे हैं.
अभिभावकों ने हैप्पीनेस पाठ्यक्रम की सराहना की
इसके अलावा कई अभिभावक ऐसे भी थे, जिन्होंने दिल्ली सरकार की ओर से चलाए जा रहे हैप्पीनेस पाठ्यक्रम की सराहना की. उन्होंने कहा कि इस पाठ्यक्रम के शुरू होने के बाद से बच्चों में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं. साथ ही बच्चे अक्सर घर जाकर शिक्षाप्रद कहानियां सुनाने लगे हैं.
अभिभावकों ने एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम को लेकर अपनी खुशी जाहिर की और बताया कि उनके बच्चे अक्सर बैठकर अपना हुनर तलाशते हैं. साथ ही कुछ ना कुछ चीजें बनाने की कोशिश करते नजर आते हैं. उन्हें ऐसा करते देख कर अभिभावक होने के नाते उन्हें बड़ा संतोष महसूस होता है कि उनके बच्चे का भविष्य सुरक्षित है.