पहले मैच में भारत के न ही बल्लेबाज चले थे, न ही गेंदबाज. भारत ने पहले मैच में प्रयोग किए थे जो पूरी तरह से असफल रहे थे. टीम के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा दूसरे मैच में भी इन प्रयोगों को जारी रखते हैं या नहीं यह देखना होगा. इन प्रयोगों के बीच मकसद विश्व कप से पहले अपनी बेंच स्ट्रैंग्थ को मजबूत करना और उन्हें पर्याप्त मौके देना है.
इनका बल्ला रहा खामोश
पहले मैच में भारत ने तीन हरफनमौला खिलाड़ी सहित कुल आठ बल्लेबाजों को मैदान पर उतारा था लेकिन कोई भी बल्लेबाज विकेट पर टिक नहीं सका था. कप्तान, शिखर धवन, ऋषभ पंत का बल्ला पूरी तरह से खामोश रहा था. इसके अलावा भारत का गेंदबाजी आक्रमण भी पूरी तरह से विफल रहा था. अनुभवी भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद, हार्दिक पांड्या, विजय शंकर, क्रूणाल पांड्या और युजवेंद्र चहल की किवी बल्लेबाजों खासकर टिम सेइफर्ट ने जमकर धुनाई की थी और खेल के छोटे प्रारुप में अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया था.
रोहित टीम में बदलाव कर सकते हैं और कुलदीप यादव को अंतिम-11 में मौका दे सकते हैं. कुलदीप के लिए विजय शंकर या क्रूणाल पांड्या को कुरबानी देनी पड़ सकती है. वहीं खलील अहमद के स्थान पर मोहम्मद सिराज या सिद्धार्थ कौल को मौका मिल सकता है.
पहले मैच में भारत की फील्डिंग भी अच्छी नहीं रही था. टीम के खिलाड़ियों ने अहम समय पर कुछ अहम कैच छोड़े थे जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ेगा. टीम प्रबंधन चाहेगा की भारत इस मैच में फील्डिंग की गई गलतियां दोहराए नहीं.