नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में जहां एक तरफ उत्तराखंड की मशहूर रामायण पर आधारित रामलीला का मंचन किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ मिथिला की मधुबनी पेंटिंग सिखाई जा रही है. रामायण पर आधारित रामलीला में श्री राम की स्तुति की प्रस्तुति छात्र नृत्य के माध्यम से दे रहे हैं. वहीं, भोजपुरी, मैथिली अकादमी के द्वारा बच्चों ने शानदार मधुबनी पेंटिंग बनानी सीख ली है. यह सभी गतिविधि दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित सरकारी स्कूलों में मस्ती की पाठशाला में हो रही है.
मालूम हो कि मधुबनी में मिथिला पेंटिंग सीखने के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षण दिया जाता है. वहीं, आज मिथिला पेंटिंग आर्टिस्टों के लिए जीवन यापन का एक जरिया भी बन गया है. ऐसे में दिल्ली में रहने बिहारी छात्रों के लिए यह एक अनोखा अवसर है, जहां वह अपनी जमीन से जुड़ी संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं. भोजपुरी मैथिली अकादमी द्वारा आयोजित वर्कशॉप में नन्हें बच्चे दिल्ली सरकार की मस्ती की पाठशाला में मास्टर आर्टिस्ट भांति मिथिलांचल की बहुप्रिय कला मधुबनी पेंटिंग मुफ्त सीखकर जादू बिखेर रहे हैं. अकादमी की तरफ से बताया गया कि मधुबनी पेंटिंग सीखने का उत्साह इतना है कि ये बच्चे गर्मी की छुट्टियों में गांव ना जाकर, स्कूल में ही दिल्ली सरकार की फ्री समर वर्कशॉप्स में भाग लेने रोजाना आ रहे हैं.
क्या है मस्ती की पाठशाला
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी चल रही है. बच्चे घर पर बोर न हो और इस समय का उपयोग करते हुए कुछ न कुछ सीखे. इसी उद्देश्य के साथ दिल्ली सरकार ने अपने स्कूलों में मस्ती की पाठशाला वर्कशॉप का आयोजन कर रही है. यह पाठशाला 22 जून तक चलेगी. दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी ने बताया कि मस्ती की पाठशाला में दिल्ली के बच्चे संगीत, नृत्य, रंगमंच, कला, योग सीख रहे हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा आयोजित फ्री-ऑफ-कॉस्ट समर वर्कशॉप 'मस्ती की पाठशाला' में देखिए कैसे छोटे बच्चे मधुबनी कलाकार बन गए हैं. मस्ती की पाठशाला’ में लोक गीत, थिएटर, मधुबनी पेंटिंग, गढ़वाली नृत्य, योग और बहुत कुछ सीख रहे हैं. 150 ऐसी समर वर्कशॉप पूरी दिल्ली में चल रही है और बच्चों की छुट्टियों को मजेदार बना रही है.