दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

Delhi zoo: चिड़ियाघर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिए मैराथन का आयोजन - चिड़ियाघर में रविवार को मैराथन का आयोजन

राजधानी दिल्ली के चिड़ियाघर में रविवार को मैराथन का आयोजन किया जाएगा. यह मैराथन पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित किया जा रहा है. मैराथन सुबह 6.30 बजे शुरू होगी. इसकी थीम लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट है.

delhi news
चिड़ियाघर में मैराथन का आयोजन

By

Published : Feb 4, 2023, 1:49 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली का चिड़ियाघर घूमने के लिए लोग रोजाना काफी संख्या में पहुंचते हैं. यहां पर छोटे से लेकर बड़े प्रजाति के वन्यजीव का विजिटर दीदार करते हैं. इसी क्रम में चिड़ियाघर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए रविवार को मैराथन का आयोजन किया जाएगा. यह मैराथन चिड़ियाघर प्रशासन और न्यू दिल्ली मैराथन के सहयोग से आयोजित की जाएगी. मैराथन जू के अंदर अलग-अलग वर्ग में ढाई किलोमीटर से 10 किलोमीटर के दायरे में आयोजित होगा. इसकी थीम लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट (लाइफ) है.

चिड़ियाघर की निदेशक आकांक्षा महाजन ने कहा कि इसमें हर वर्ग के लोग हिस्सा ले सकते हैं. यह मैराथन सुबह 6.30 बजे शुरू होगी. इसमें सभी प्रतिभागियों को टी-शर्ट दी जाएगी. मैराथन के जरिए लोगों को मामूली लेकिन जरूरी चीजों से अवगत करवाना है. इससे सभी लोग पर्यावरण को संरक्षि​त करने में अपना योगदान दे सके. इससे लोगों को अपनी दिनचर्या बदलने में मदद मिलेगी.

बहरहाल इन सब चीजों से अलग दिल्ली जू में बीते 6 साल के दौरान 6 आईएफएस अधिकारी ने निदेशक का पद संभाला, लेकिन किसी का कार्यकाल पांच साल का नहीं रहा. बता दें कि जू में निदेशक के तौर पर इंडियन फॉरेस्ट सर्विस (आईएफएस) अधिकारी को यहां निदेशक के पद पर नियुक्त किया जाता है. मौजूदा समय में जू की निदेशक साल 2003 बैच कि राजस्थान कैडर की आईएफएस अधिकारी आकांक्षा महाजन है. जब उनसे पूछा गया कि कोई भी निदेशक यहां पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाता है, इससे पहले ही अधिकारी का ट्रांसफर हो जाता है. इस पर जू निदेशक ने कहा कि वह यहां पर कोई टारगेट को पूरा करने के लिए नहीं आई हैं. उनसे जितना हो सकेगा और जितने दिन भी यहां काम करने का मौका मिलेगा, वह पूरी ईमानदारी से अपना काम करेगी. इससे जू आने वाले लोगों को अच्छा लगे.

ये भी पढ़ें :अरविंद केजरीवाल का मोदी सरकार पर जोरदार हमला, पूछा- केंद्र सरकार सबसे लड़ती क्यों है?

साल 2017 में देश में पहली बार किसी महिला रेनू सिंह को जू निदेशक का पद दिया गया था. वह दिल्ली जू से पहले लखनऊ जू में निदेशक रही थी. हालांकि वह भी 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई. इसके बाद आईएफएस अधिकारी सुनीश बक्शी निदेशक बने. बहुत कम महीने के लिए निदेशक बने बक्शी ने अपने छोटे से कार्यकाल के दौरान जू की टिकट बढ़ाने का फैसला लिया था. इसके बाद आईएफएस अधिकारी रमेश पांडे कोरोना महामारी के दौरान निदेशक बने. इसके बाद आईएफएस अधिकारी सोनाली घोष, आईएफएस अधिकारी धर्म देव राय निदेशक बने. इनके बाद मौजूदा समय में आकांक्षा महाजन जू की निदेशक हैं. देखने वाली बात यह होगी कि इनका कार्यकाल कितने दिन, कितने महीने तक रहता है.

ये भी पढ़ें :World Cancer Day : कैंसर पीड़ितों की लगातार बढ़ती संख्या चिंताजनक

ABOUT THE AUTHOR

...view details