नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ उत्तर-पूर्वी जिले के जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारी एवं राजस्व जिला अधिकारी और दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर समेत तमाम अधिकारियों के साथ दंगा पीड़ितों को मुआवजा वितरण और राहत कार्यों के संदर्भ में एक बैठक की.
दंगा पीड़ितों की घर वापसी को लेकर मनीष सिसोदिया ने पुलिस से मांगी मदद - Delhi Deputy CM
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि अब दंगा प्रभावित परिवार अपने घरों में वापस जाने की तैयारी में हैं. वह कुछ सप्ताह से राहत शिविरों में थे. ऐसे में पुलिस अधिकारियों से अधिक पुलिस वालों की तैनाती के लिए कहा गया है.
'13 करोड़ से अधिक बांटा जा चुका है मुआवजा'
दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अब तक 13 करोड़ 51 लाख 51 हज़ार 590 रुपये के मुआवजा वितरण किया गया है. मृत्यु के 42 मामलों में फॉर्म मिले जिनमें से सभी के परिवारों की मदद की जा चुकी है. घरों को गंभीर नुकसान के 214 फॉर्म प्राप्त हुए, जिनमें से 203 को पूरा मुआवजा दिया जा चुका है. 221 मकानों में कम नुकसान के आवेदन हुए जिनमें से 168 को अब तक सहायता दी जा चुकी है.
दिल्ली सरकार के दंगा सहायता समूह के रिस्पांस टीम द्वारा तीन बच्चों के ऐसे मामले सामने लाए गए जिनमें हिंसा के दौरान तेजाब से हमला हुआ. इन मामलों के विषय में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि एसिड अटैक विक्टिम को गंभीर रूप से घायल की श्रेणी में रखा जाना चाहिए. उन्हें उसके अनुसार से ही मुआवजा दिया जाना चाहिए. क्योंकि इस तरह के हमलों से ना केवल शारीरिक क्षति पहुंचती है बल्कि पीड़ित को मानसिक प्रताड़ना का भी शिकार होना पड़ता है.