नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में छठे चरण के तहत 12 मई को मतदान होगा. नामांकन के बाद सभी पार्टियों के प्रत्याशी अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी के सक्रिय वरिष्ठ नेता भी मैदान में उतर आए हैं.
राज्यसभा सांसद और बीजेपी के थिंक टैंक कहे जाने वाले डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में एक रिपोर्ट तैयार की है. उन्होंने अपनी टीम के जरिए आम आदमी पार्टी द्वारा जारी मेनिफेस्टो का रिव्यू कराया और रिपोर्ट सार्वजनिक की.
'दिल्लीवासियों को हुआ नुकसान'
ईटीवी भारत से खास बातचीत में विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने रुकावट की राजनीति अपनाई, जिसने ना केवल दिल्ली के लोगों के लिए निराशावाद का माहौल बनाया, बल्कि केंद्र की कई लोक कल्याणकारी योजनाओं में भी बाधा डाली. उन्होंने कहा कि पार्टी के इस रवैये की वजह से दिल्ली के लोगों का बड़ा नुकसान हुआ है.
शिक्षा क्षेत्र की दी रिपोर्ट
उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी सरकार ने 500 नए स्कूल खोलने का वादा किया था. इनमें से मात्र 5 परसेंट स्कूलों का निर्माण शुरू हुआ है. सहस्रबुद्धे ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदर्शन अभी भी निराशाजनक है. उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने पास होने वाले कुल छात्रों में से केवल 0.13 फीसद को ऋण वितरित किया तो वहीं टीचिंग स्टाफ के लिए 50 फीसद सीट खाली है.