नई दिल्ली: एच3एन2 इनफ्लुएंजा के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक ने भी कमर कस ली है. अस्पताल में इस बीमारी के मरीजों के इलाज के लिए अलग से 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. जिस भी मरीज में एच3एन2 वायरस की पुष्टि होगी तो उसे इसी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा. जिससे वह अन्य मरीजों से दूर रहे और उनको भी इस वायरस के फैलने का खतरा न रहे.
अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि बच्चों और बुजुर्गों में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के मामलों की बढ़ती हुई संख्या और उच्च जोखिम को देखते हुए यह तैयारी की गई है. साथ ही ऐसे मरीजों के इलाज के लिए 15 डॉक्टरों की एक टीम भी बनाई गई है, जो प्राथमिकता के आधार पर इन मरीजों का इलाज कर रही है. उल्लेखनीय है कि लोकनायक अस्पताल में दिल्ली ही नहीं उत्तर प्रदेश व हरियाणा के विभिन्न जिलों से भी बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए आते हैं. यहां की ओपीडी में प्रतिदिन मरीजों की संख्या तीन से चार हजार रहती है.
ये हैं एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण:
इस बीमारी के लक्षणों में बुखार आना.
अधिक दिनों तक खांसी होना.
नाक बहना शरीर में दर्द उल्टी, डायरिया हैं.
ये हैं बचाव के तरीके
किसी बीमार व्यक्ति से मिलने से बचें.