नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर को पार कर चुका है और कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. इस जलसंकट का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को जब उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्री सौरभ भारद्वाज साथ आए तो जबरदस्त सियासत शुरू हो गई. दिल्ली के व्यस्ततम चौराहे में शामिल आईटीओ चौराहे पर बाढ़ का पानी घुसने से ट्रैफिक सेवाएं प्रभावित हो गई. कई सरकारी कार्यालयों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.
उपराज्यपाल वीके सक्सेना, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मंत्री सौरभ भारद्वाज समेत संबंधित विभाग के अधिकारी एक साथ जायजा लेने सुबह पहुंचे. उसके बाद उन्होंने मीडिया के सामने अपनी बात रखीं. दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एनडीआरएफ की तैनाती को लेकर सवाल उठा दिए, जिस पर उपराज्यपाल ने दो टूक कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है. आरोपों पर जाएंगे तो परेशान हो जाएंगे. उनके पास भी कहने को बहुत कुछ है, लेकिन यह समय संकट से लोगों को राहत दिलाने का है.
सीएम केजरीवाल चुपचाप खड़े रहेःमंत्री सौरभ भारद्वाज और उपराज्यपाल के बीच जब बातें हो रही थी, तब बीच में खड़े मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बिल्कुल चुपचाप थे. उपराज्यपाल ने कहा कि दिल्ली के लिए मिलकर काम करने का यह वक्त है. आरोपों पर जाएंगे, तो परेशान हो जाएंगे. हालात पर नजर है. राहत का काम किया जा रहा है. ये समय राजनीति का नहीं है. कहने के लिए मैं भी बहुत सारी चीजें कह सकता हूं. ये सारी चीजें बाद में हो सकती हैं.
वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हालात का जायजा लेने के बाद कहा कि दिल्ली में अलग-अलग कारणों से अलग-अलग इलाकों में पानी आया है. यहां आईटीओ में ड्रेन में अचानक पानी आने की वजह से तो राजघाट पर नाले से पानी के बैक फ्लो के कारण पानी भरा है. कई अन्य जगहों पर यमुना के ओवरफ्लो होने की वजह से पानी आया है. यमुना में पानी का स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, जल्द ही लोगों को राहत मिलेगी.