नई दिल्ली:दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी की सरकार पर कड़ा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली के प्रदूषण के लिए अन्य राज्यों को दोष देना समस्या का समाधान नहीं है. राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार सुबह धुंध की मोटी परत छाई रही. शहर के कई हिस्सों में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई. AQI अभी भी 400 के आसपास है, जिससे राजधानी हांफ रही है.
एलजी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "दूसरे राज्यों से आने वाले पराली के धुएं को रोकने के लिए हम उनसे गुहार लगाने के अलावा और कुछ नहीं कर सकते हैं. राज्यों, विशेषकर पंजाब के लापरवाही बरतने के बावजूद, हम दया के याचिकाकर्ता हैं. AQI अभी भी 400 के आसपास है. दिल्ली को कार्रवाई की जरूरत है, न कि ढोंग की. राजनीति करने के लिए अभी बहुत समय है."
सक्सेना ने कहा कि इस गैस चैंबर में सबसे अधिक प्रभावित वे लोग हो रहे, जो अपनी दैनिक रोटी कमाने के लिए सड़कों पर यात्रा करते हैं. इसके अलावे इससे प्रभावित झुग्गी-झोपड़ियों और अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले गरीब और असहाय लोग हैं.
सक्सेना ने कहा,'' दिल्ली में प्रदूषण का असली समाधान दिल्ली में ही है. हम अपने वाहनों से होने वाले उत्सर्जन पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी साधन अपना सकते हैं. 2016 में घातक धुंध के बाद से, यह एक बार-बार आने वाला मुद्दा बन गया है, जिसका विषय केवल राजनीतिक बयानबाजी है. आम आदमी पार्टी की वर्षों से चली आ रही निष्क्रियता का बहाना दूसरे राज्यों को दोष देना सही नहीं है.
उपराज्यपाल ने कहा कि स्मॉग टॉवर जैसे प्रॉप्स के आसपास प्रचार का कोई मतलब नहीं है. प्रचार की राजनीति जिसमें "रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ" और "ऑड-ईवन" जैसी घटनाएं शामिल है, जो दिल्ली के लोगों के जीवन को खतरे में डाल सकती है. उन्होंने आरोप लगाया कि राजधानी में सीएनजी लागू होने के बाद से फ्लाईओवरों के चक्रव्यूह के निर्माण के बाद कुछ भी ठोस प्रयास नहीं किया गया. यहां दिखावे की नहीं, बल्कि कार्रवाई की जरूरत है. तभी एक निश्चित समयसीमा के भीतर स्थायी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं.