नई दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि उपराज्यपाल दिल्ली के मुख्यमंत्री को गाली देकर यहां के दो करोड़ लोगों के वोट और उनके भरोसे का अपमान कर रहे हैं. इस पर देर शाम उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (LG VK Saxena) की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई. उन्होंने केजरीवाल के इस बयान का पुरजोर तरीके से खंडन किया. उपराज्यपाल ने कहा कि कभी भी उन्होंने दिल्ली सरकार के किसी भी अधिकारी, मंत्री और मुख्यमंत्री के लिए उन्होंने अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है. जबकि मुख्यमंत्री और मंत्री विधायक बराबर सार्वजनिक तौर पर उन्हें अपमानित करते रहे हैं.
मंगलवार को मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल से एलजी साहब कह रहे हैं कि सरकार द्वारा चलाए जाने वाले अभियान से संबंधित फाइल नहीं पहुंची है. 26 अक्टूबर को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने फाइल पर हस्ताक्षर कर भेजे थे.
केजरीवाल बोले, "मैं देख रहा हूं कि एलजी साहब की तरफ से जो पत्र आ रहे हैं, उसमें वो बहुत गाली-गलौज लिखते हैं. उससे मुझे किसी तरह की तकलीफ नहीं है. केजरीवाल महत्वपूर्ण नहीं है. केजरीवाल बहुत छोटी चीज है. वो केजरीवाल को जो मर्जी बोलें, जो मर्जी गालियां दें, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मेरा जिंदगी में एक ही मकसद है कि मैं दिल्ली की जनता की सेवा करना चाहता हूं. मैंने कुछ पुण्य किए होंगे, जो उपरवाले ने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है और दिल्ली की जनता की सेवा करने का सौभाग्य दिया है. मुझे तकलीफ यह होती है कि जब एलजी साहब मुझे लिखते हैं, गालियां देते हैं, तो वो केजरीवाल को गालियां नहीं देते हैं, बल्कि वो दिल्ली के मुख्यमंत्री को गाली देते हैं. दिल्ली का मुख्यमंत्री दिल्ली के दो करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करता है. दिल्ली के मुख्यमंत्री को गाली देकर वो दिल्ली के दो करोड़ लोगों का अपमान कर रहे हैं. दिल्ली के लोगों के वोट का और उनके भरोसे का अपमान कर रहे हैं. यह ठीक नहीं है. दिल्ली के लोगों का अपमान नहीं होना चाहिए और गाली-गलौज की राजनीति से क्या निकलता है?"