नई दिल्ली/आगरा :एसएन मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर योगिता गौतम की बेरहमी से हत्या परिचित डॉक्टर विवेक तिवारी ने ही की थी. आरोपी डॉक्टर विवेक तिवारी कार से मृतक डॉक्टर से मिलने जालौन से आगरा आया था. कार में बातचीत के दौरान दोनों में तकरार शुरू हुई और फिर वह झगड़े में बदल गयी. इसके बाद आरोपी डॉक्टर ने महिला डॉक्टर की गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद सिर में चाकू से वार किया. उसके बाद शव को डौकी के बमरोली कटारा क्षेत्र में सुनसान इलाके में फेंक दिया. शव की शिनाख्त न हो सके, इसके लिये उस पर लकड़ियां डाल दीं और फिर कार से आरोपी डॉक्टर भी फरार हो गया.
महिला डॉक्टर की हत्या मामले में आरोपी डॉक्टर का कबूलनामा जालौन के उरई में मेडिकल ऑफिसर डॉ. विवेक तिवारी को बुधवार रात ही जालौन पुलिस की मदद से हिरासत में लिया था. पुलिस की पूछताछ में आरोपी डॉ. विवेक तिवारी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. विवेक तिवारी ने बताया कि एसएन मेडिकल कॉलेज की डॉ. योगिता गौतम के साथ उसका 7 साल से रिलेशनशिप था. डॉ. विवेक तिवारी मंगलवार को डॉ. योगिता गौतम से मिलने के लिए आगरा आया था.
आरोपी डॉ. विवेक तिवारी ने बताया कि कार में दोनों की बातें चल रही थीं, तभी कहासुनी के बाद झगड़ा होने लगा. झगड़ा इतना बढ़ गया कि मैंने गला दबाकर डॉ. योगिता की हत्या कर दी. जब शक हुआ कि डॉ. योगिता अभी जिंदा हैं, तो कार में रखे चाकू से उसके सिर पर ताबड़तोड़ प्रहार किए. उसके बाद शव को सुनसान जगह पर फेंक दिया. शव की शिनाख्त न हो, इसके लिए उसके ऊपर लकड़ियां डाल दीं और उरई के लिए फरार हो गया. बता दें कि, शिवपुरी भाग दो, नजबगढ़ (दिल्ली) की योगिता एसएन मेडिकल कॉलेज से पीजी (एमएस) कर रही थीं. डॉ. योगिता एसएन मेडिकल कॉलेज के पास ही राजामंडी में राहुल गोयल के मकान में किराए पर रहती थीं. उनकी सिर कुचलकर हत्या कर दी गई है. थाना डौकी के बमरौली कटारा में डॉ. योगिता का अज्ञात में पड़ा शव मिला था. शव के सिर और पेट पर भारी वजनदार लकड़ी रखी मिली थी.
एसएन मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग विभाग की महिला डॉ. योगिता का मंगलवार को एमएस का रिजल्ट निकला था, उनकी एमएस पूरी हो गई थी. दोपहर तीन बजे तक वह एसएन मेडिकल कॉलेज में देखी गई थीं, फिर लापता हो गई थीं. उनका मोबाइल नंबर बंद हो गया था. डॉ. योगिता गौतम के भाई और परिजनों को धमकी मिली थी, इसीलिए वे बुधवार को आगरा आ गए. डॉ. योगिता का कहीं सुराग नहीं लगा तो बुधवार दोपहर में थाना एमएम गेट में अपहरण की तहरीर दी. तहरीर में परिजनों ने डॉ. विवेक तिवारी पर डॉ. योगिता के अपहरण का आरोप लगाया था, लेकिन बुधवार शाम को ही डॉ. योगिता के शव की शिनाख्त हुई.
डॉ. योगिता के परिजनों का आरोप है कि आरोपी डॉ. विवेक तिवारी काफी समय से बेटी योगिता पर शादी करने का दवाब बना रहा था. योगिता ने शादी से इनकार कर दिया था. इस बात पर नाराज होकर आरोपी डॉक्टर ने धमकी भी दी थी और उन्हें फोन भी किया था. आगरा पुलिस ने मृतका के परिजन की शिकायत पर पहले अपहरण का मुकदमा एमएम गेट थाना में दर्ज किया था. पुलिस ने महिला डॉक्टर की शिनाख्त होने पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी चिकित्सक को गुरुवार सुबह जालौन के उरई से गिरफ्तार कर लिया गया. इस समय आरोपी डॉक्टर का कबूलनामा भी आ गया है.